देहरादून: उत्तराखंड में मतदान से पहले चुनावी शोर थम चुका है. वहीं अब पार्टी कार्यकर्ता और प्रत्याशी डोर-टू डोर जाकर प्रचार करेंगे. वहीं आखिरी बचे कुछ समय में बीजेपी समाज के प्रबुद्ध वर्ग को साधने को साधने में जुटी है. इसी कड़ी में पार्टी कार्यालय में प्रबुद्ध लोगों का एक सम्मेलन आयोजित किया गया. जिसमें उत्तराखंड बीजेपी प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम शामिल रहे.
इस सम्मेलन में चुनाव प्रभारी ने सुजाता डबराल नौडियाल की किताब 'आंखां यो धन् छन' का विमोचन किया गया. यह किताब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मूल गुजराती में लिखी और हिंदी में डॉ. अंजना संधीर की ओर से अनूदित कविताओं के संग्रह 'आंख आ धन्य छे' का गढ़वाली भाषा में अनुवाद है. लेखिका ने बताया कि जब वो गुजरात और मुंबई में अपने पति अरविंद नौडियाल के साथ रही. वो ओएनजीसी में एक वरिष्ठ अधिकारी पद पर हैं.
उस दौरान उनका परिचय उन लोगों से हुआ, जो मोदी जी की कविताओं का हिंदी या अन्य भाषाओं में अनुवाद कर रहे थे. बता दें कि अब तक कुमाऊंनी, नेपाली, मराठी, पंजाबी समेत भारत की करीब 25 भाषाओं में इस पुस्तक का अनुवाद हो चुका है, तब लेखिका के मन में आया कि क्यों न वो अपनी बोली भाषा में इसका अनुवाद करें. जिसके बाद उन्होंने गढ़वाली में इस किताब को लिखा.