देहरादून: बुजुर्ग महिला से सोशल मीडिया पर बेटा बनकर विदेश से उपहार भेजने के नाम पर साइबर ठग ने लाखों रुपए की ठगी की है. दरअसल साइबर ठग ने बुजुर्ग महिला को खुद को इस्तांबुल का एक अमीर पायलट बताया था. बहरहाल पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
बसंत विहार निवासी 64 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें बताया गया था कि उनके मोबाइल पर इस्तांबुल से डेविड नाम के व्यक्ति कीफ्रेंड रिक्वेस्ट आई थी. उसने (ठग) खुद को पायलट बताया था. बुजुर्ग महिला ने खुद को 64 वर्षीय बताया, तो पायलट (ठग) उसे मां कहने लगा. उसके बाद दोनों के बीच रोजाना मैसेज में बात होने लगी और फोटो शेयर होने लगी.
पीड़ित महिला कथित बेटे (ठग) की तुलना में गरीबी का रोना रोती, तभी अमीर पायलट (ठग) लंदन,दुबई और पोलैंड में अपनी कोठियां बताता और फोटो भेजता था. ठग और महिला का बातों-बातों में रिश्ता गहरा हो गया. इसी बीच ठग ने महिला की मदद के लिए 21 अगस्त को महंगा उपहार पार्सल कर दिया. उपहार लेने के लिए महिला को कोरियर फीस और कस्टम चार्ज आदि जमा करने के लिए कहा गया.
उसके बाद कोरियर,टैक्स विभाग और कस्टम के नाम पर सात अलग-अलग नंबरों से महिला के पास कॉल आने लगी. उनके झांसे में आकर पीड़ित बुजुर्ग महिला ने 34 लाख 50 हजार रुपए रुपए अलग-अलग बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए. इसके बावजूद भी उपहार नहीं आया. इसके बाद ठग दो लाख रुपए की और डिमांड करने लगे, तब जाकर महिला को एहसास हुआ कि उसके साथ ठगी हो रही है.
साइबर सीओ अंकुश मिश्रा ने बताया कि पीड़ित बुजुर्ग महिला की तहरीर के आधार अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. बुजुर्ग महिला ने साइबर ठगों की यूपीआई और आरटीजीएस के जरिए 17 अलग-अलग बैंक अकाउंट में रुपए ट्रांसफर करवाए हैं. यह सभी अकाउंट देश के अलग-अलग हिस्सों में हैं और कहीं नक्सली इलाकों में हैं. उन्होंने बताया कि ठगी का यह तरीका बहुत पुराना है. इसके बावजूद लोग खासकर महिलाएं फरेब में आ जाती हैं.
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