नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष सरदार राजा इकबाल सिंह और उप-नेता प्रतिपक्ष जय भगवान यादव के नेतृत्व में भाजपा शासित वार्ड समितियों के चेयरमैन, डिप्टी चेयरमैन और स्थायी समिति के सदस्यों ने बुधवार को सिविक सेंटर स्थित मेयर कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया. इस दौरान भाजपा पार्षदों ने अरविंद केजरीवाल, आम आदमी पार्टी और मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उन पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाया. उन्होंने दलित मेयर का तत्काल चुनाव कराने और बिना किसी देरी के स्थायी समिति के गठन की मांग की.
दलित मेयर के आरक्षित पद के लिए चुनाव ना कराने को लेकर प्रदर्शन:भाजपा पार्षदों ने कहा कि जब तक आम आदमी पार्टी दलित मेयर के आरक्षित पद के लिए चुनाव नहीं कराती, तब तक भाजपा सड़क से लेकर विधानसभा तक अपना विरोध जारी रखेंगे. नेता प्रतिपक्ष राजा इकबाल सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल दावा करते थे कि वह जेल से सरकार चलाएंगे, लेकिन उन्होंने अप्रैल 2024 में मेयर चुनाव के लिए पीठासीन अधिकारी नियुक्त करने की फाइल पर हस्ताक्षर नहीं किया. जब वह जेल से रिहा हुए और जनता की परेशानी और सत्ता विरोधी लहर को देखते हुए उन्हें इस्तीफा देना पड़ा, तो उन्होंने दिखावा के तौर पर मेयर चुनाव के निर्देश देना शुरू कर दिया.
बीजेपी ने आम आदमी पार्टी की मंशा पर उठाए सवाल:वह मेयर को चुनाव कराने के निर्देश देते रहे. अक्टूबर के पवित्र महीने में भगवान वाल्मीकि की जयंती मनाई जाती है, अगर आम आदमी पार्टी की सच्ची मंशा होती, तो वे दलित मेयर का चुनाव कराते. हालांकि, आम आदमी पार्टी की मंशा दलितों को उनके हक से वंचित करना है. अनुसूचित जाति के पार्षद को मेयर बनाने के लिए चुनाव होना चाहिए था, लेकिन आम आदमी पार्टी इसे टालने के बहाने ढूंढती रहती है.
आप पार्षद दूसरे राज्यों में मना रहे छुट्टियां:राजा इकबाल सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी का दावा है कि त्योहारों के कारण उसके पार्षद शहर में नहीं आ रहे हैं, इसलिए वह मेयर का चुनाव नहीं करा रहे हैं. उन्होंने कहा कि इससे ज्यादा निराशाजनक कुछ नहीं हो सकता, खासकर दिवाली के त्योहार के दौरान, जब पार्षदों को अपने वार्ड में सफाई और सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए मौजूद रहना चाहिए. आप पार्षद दूसरे राज्यों में छुट्टियां मना रहे हैं, जिससे जनता गंदगी से जूझ रही है. जब भी निगम के हित में काम करने का समय आता है, तो आप के पार्षद शहर में नहीं आते. नतीजतन दिल्ली में जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हैं, जिससे जनता परेशान है.