जयपुर :भाजपा के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद मदन राठौड़ 3 अगस्त को दोपहर 12:00 बजे से 1:00 बजे के बीच अपना कार्यभार ग्रहण करेंगे. इसके लिए संगठन स्तर पर तैयारियां जोर-जोर से शुरू कर दी गई है. भाजपा कार्यालय के बाहर मंच बनाया जाएगा और प्रदेश भर के कार्यकर्ताओं और नेताओं की मौजूदगी में अध्यक्ष मदन राठौड़ को कार्यभार ग्रहण कराया जाएगा. इस अवसर पर भाजपा के प्रमुख राष्ट्रीय नेता और प्रदेश स्तरीय नेता भी इस ऐतिहासिक पल के गवाह बनेंगे. वहीं बड़ी संख्या में उनके समर्थक और पार्टी कार्यकर्ता भी मौजूद रहेंगे.
यह है प्रस्तावित कार्यक्रम:भाजपा अध्यक्ष मदन राठौड़ के प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार वो दिल्ली से 3 अगस्त को सुबह 7:00 बजे सड़क मार्ग से रवाना होकर राजस्थान के बॉर्डर पर सुबह 9:00 बजे पहुंचेंगे, जहां पर उनका भव्य स्वागत का दौर शुरू होगा. इसके बाद में बहरोड, कोटपूतली, शाहपुरा और जयपुर प्रवेश करेंगे. इन सभी स्थानों पर कार्यकर्ताओं और नेताओं की ओर से स्वागत सत्कार किया जाएगा. करीब 11:30 बजे राठौड़ जयपुर पार्टी कार्यालय पहुचेंगे, 12 से 1 के बीच मे पदभार ग्रहण करेंगे. दो दिन जयपुर में रुकने के बाद राठौड़ 5 अगस्त को दिल्ली जाएंगे और 12 अगस्त तक राज्य सभा की कार्यवाही में शामिल होंगे. 13 अगस्त के बाद प्रदेशाध्यक्ष का पाली आने का कार्यक्रम बनेगा.
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ये रहेंगे प्रमुख नेता मौजूद : जनकारी के मुताबिक नवनियुक्त अध्यक्ष के पदभार ग्रहण के दौरान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा , पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे , सभी मंत्रीमंडल के सदस्य ,सभी पूर्व अध्यक्ष प्रदेश पदाधिकारी शामिल होंगे. प्रदेश कार्यालय पर ताजपोशी की तैयारियों ने जोर पकड़ लिया है. पार्टी कार्यालय के बाहर और आस पास राठौड़ के समर्थकों ने पोस्टर लगा दिए हैं. ताजपोशी के मौके पर प्रदेश भर से समर्थकों को जयपुर पहुंचने के लिए कहा जा रहा है. पदभार ग्रहण करने से पहले पार्टी कार्यालय के बाहर राठौड़ नेताओं , कार्यकर्ताओं के साथ समर्थकों को संबोधित भी करेंगे.
मदन राठौड़ 3 अगस्त को संभालेंगे कार्यभार (फोटो ईटीवी भारत gfx) राजनीति का लंबा सफर :मदन राठौड़ सुमेरपुर विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधायक रह चुके हैं, तो पाली जिले के चार बार जिला अध्यक्ष भी रह चुके हैं. सात माह पूर्व विधानसभा चुनाव के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक फोन कॉल राठौड़ की राजनीति बदली. आपको बता दें कि इस बार विधानसभा चुनाव में राठौड़ को टिकट नहीं मिला था. राठौड़ ने निर्दलीय प्रत्याशी बनकर मैदान में उतरे थे. राठौर ने बड़ा शक्ति प्रदर्शन भी किया था, लेकिन पीएम मोदी के एक फोन आने के बाद राठौड़ ने अपना नामांकन वापस लिया था. उसका तोहफा पांच माह बाद उन्हें राज्यसभा सांसद बनकर दिया. लेकिन अब सबसे बड़ा तोहफा पूरे राजस्थान भाजपा की कमान राठौड़ के हाथ में सौंपकर उनको बड़ा तोहफा दिया.