काशीपुर:चंपावत के पूर्व विधायक और उत्तराखंड वन विकास निगम के अध्यक्ष कैलाश गहतोड़ी के निधन का समाचार मिलते ही पूरे प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई है. कैलाश गहतोड़ी का पार्थिव शरीर देहरादून से काशीपुर उनके आवास पर पहुंचते ही उनके घर पर विपक्ष से लेकर सत्ता पक्ष के सभी जनप्रतिनिधियों का तांता लगा हुआ है. इसी बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी समेत तमाम बीजेपी नेता उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए. वहीं कैलाश गहतोड़ी के पार्थिव शरीर को उनके बेटे शशांक गहतोड़ी ने मुखाग्नि दी.
काशीपुर लाया गया कैलाश गहतोड़ी का पार्थिव शरीर:उत्तराखंड वन विकास निगम के अध्यक्ष कैलाश गहतोड़ी लंबे समय से बीमार चल रहे थे. आज सुबह कैलाश गहतोड़ी का कैंसर की बीमारी से जूझते हुए देहरादून में निधन हो गया. वो साल 2017 और 2022 में सीमांत जिला मुख्यालय चंपावत से विधानसभा चुनाव जीते थे. जिसके बाद उन्होंने साल 2022 में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए अपनी सीट खाली की थी और सीएम धामी ने उनकी सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा था.
कैलाश गहतोड़ी ने सीएम धामी के लिए छोड़ी सीट:भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट कैलाश गहतोड़ी के पैतृक गांव पहुंचे और पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. इस दौरान उन्होंने कहा कि कैलाश गहतोड़ी हमारे दल के बहुत वरिष्ठ नेता थे, उनका बहुत बड़ा जनाधार था. उन्होंने कहा कि आज वह हमारे बीच नहीं रहे, लेकिन उनके विचार पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए हमेशा मार्गदर्शन का काम करते रहेंगे. कैलाश गहतोड़ी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए अपनी सीट छोड़ी थी, जिसे हमेशा याद किया जाएगा.
भाजपा के लिए बहुत बड़ी क्षति:पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यथिश्वरानंद ने कहा कि कैलाश गहतोड़ी उनकी पार्टी के एक बड़े नेता थे. जब वह स्वयं विधायक थे, तब भी कैलाश गहतोड़ी विधायक थे और चंपावत की जनता ने एक बार फिर दोबारा उन पर विश्वास जताते हुए, उन्हें वर्ष 2022 में विधायक बनाया था. उन्होंने कहा कि उनका जाना पार्टी के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है.