पाकुड़: जिला के हिरणपुर प्रखंड के डांगापाड़ा फुटबॉल मैदान में मांझी परगना लहंती वैसी के बैनर तले मांझी परगना महासम्मेलन का आयोजन किया गया. मांझी परगना महासम्मेलन में संथाल परगना प्रमंडल के कई जिलों के ग्राम प्रधान, नाइकी, गुडित, जोगमांझी सहित आदिवासियों की पारंपरिक व्यवस्था को संचालित करने वाले प्रमुख लोगों ने हिस्सा लिया. मांझी परगना वैसी द्वारा आयोजित महासम्मेलन में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन, पूर्व विधायक लोबिन हेंब्रम, सीता सोरेन ने शिरकत की.
इस मांझी परगना महासम्मेलन में मूसलाधार बारिश के बावजूद हजारों की संख्या में लोग पहुंचे. इस महासम्मेलन को पूर्व सीएम चंपाई सोरेन सहित पूर्व विधायक लोबिन हेम्ब्रम, सीता सोरेन के अलावा आदिवासी समाज के छात्र नेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं प्रधानों ने संबोधित किया. सभी लोगों ने संथाल परगना की घटती आबादी, लुटती जमीन को बचाने के लिए एकजुट होकर आवाज बुलंद करने का आह्वान किया. इस सम्मेलन में पारंपरिक व्यवस्था को मजबूत करने के लिए आदिवासी समाज को एकजुट करते हुए आदिवासियों के साथ अन्याय करने वालों के खिलाफ उलगुलान का आह्वान किया गया.
झारखंड मुक्ति मोर्चा के गढ़ लिट्टीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र के डांगापाड़ा से पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने आदिवासी समाज को बचाने एवं उनके हक की रक्षा की लड़ाई का आगाज करते हुए कहा कि घुसपैठिये संथाल परगना की जमीन पर कब्जा जमाने सहित आदिवासी बहु बेटियों के सम्मान से खिलवाड़ कर रहे है. क्योंकि हमारी पारंपरिक व्यवस्था को कमजोर कर दिया गया है. संथाल परगना में बंगलादेशी घुसपैठ साजिश के तहत किया जा रहा जिसके चलते यहां की डेमोग्राफी बदल रही. जिस तरह ब्रिटिश शासन के खिलाफ हमारे पूर्वजों ने लड़ाई लड़ी उसी तरह अपनी जनसंख्या एवं जमीन को बचाने के लिए जन आंदोलन खड़ा करने का काम किया जाएगा. पूर्व सीएम ने कहा कि ग्रामसभा को मजबूत करने, प्रधानी व्यवस्था दुरुस्त करते हुए आदिवासी समाज को एकजुट करने का काम किया जाएगा.