बीजेपी ने पेपर लीक मामले पर सरकार पर निशाना साधा रांचीः भाजपा ने झारखंड स्नातक स्तरीय प्रवेश परीक्षा (JSSC CGL) के प्रश्न पत्र लीक के मुद्दे पर राज्य सरकार पर बड़ा हमला बोला है. प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने तंज कसते हुए कहा कि धरती बेची, पताल बेचा, अब बेच दिया छात्रों के भविष्य को भी.
इस मामले को लेकर प्रतुल शाहदेव ने कहा कि लगातार शिकायत आ रही हैं कि सारे प्रश्न पत्र लीक हुए थे, सिर्फ सामान्य ज्ञान की परीक्षा को रद्द करने से नहीं होगा, पूरे परीक्षा को रद्द किया जाए और इस मामले की सीबीआई जांच हो. बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि इस सरकार ने लाखों छात्रों के भविष्य को अधर में लटका दिया है.
बाबूलाल मरांडी ने साधा निशानाः जेएसएससी की ओर से 28 जनवरी को आयोजित सामान्य स्नातक योग्यताधारी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा 2023 के सामान्य ज्ञान का पेपर सोशल मीडिया पर लीक होने के बाद आयोग ने परीक्षा को रद्द कर दिया है. बताया जा रहा है कि सामान्य ज्ञान का पेपर एक दिन पहले ही लिक हो गया था, इसको लेकर परीक्षार्थियों ने हंगामा भी किया. जानकारी मिलने के बाद आयोग ने अपरिहार्य कारणों का हवाला देते हुए इस पेपर की परीक्षा को रद्द कर दिया है.
इसको गंभीर मसला बताते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने सीबीआई से जांच करने की मांग की है. उन्होंने आरोप लगाया है कि सीजीएल की परीक्षा से जुड़ा आंसर शीट कई छात्रों ने सोशल मीडिया पर जारी किया था. यह आंसर शीट व्हाट्सएप ग्रुप पर भी मूव कर रहा था. अब सवाल है कि आखिर पेपर लिक कैसे हुआ. यह भ्रष्टाचार के गंभीर दायरे में आता है, इसलिए इसकी सीबीआई से जांच होनी चाहिए.
क्या है मामलाः रविवार को 735 केंद्रों पर तीन पालियों में जेएसएससी की परीक्षा ली जा रही थी. इसके लिए करीब 3 लाख परीक्षार्थी एग्जाम सेंटर्स पहुंचे थे. सामान्य ज्ञान के पेपर की परीक्षा तीसरी पाली में होनी थी. इससे पहले ही सामान्य ज्ञान से जुड़े प्रश्न पत्र और उसके जवाब की कॉपी सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी. हालांकि सभी केंद्रों पर सुचारू रूप से परीक्षा शुरू हुई थी. लेकिन शाम को सामान्य ज्ञान की परीक्षा संपन्न होने के बाद कई अभ्यर्थी रांची के स्टेट लाइब्रेरी के पास जमा होने लगे और पेपर लीक होने का मामला उठाया. जब यह बात आयोग तक पहुंचा तो तत्काल प्रभाव से सामान्य ज्ञान के पेपर को रद्द कर दिया गया.
सामान्य ज्ञान की परीक्षा में 150 प्रश्न पूछे गए थे. अभ्यर्थियों का आरोप है कि इससे जुड़े मिलते-जुलते सवाल और आंसर सोशल मीडिया पर पहले से ही आ गये थे. तीन पेपर होने की वजह से सुबह 8:30 बजे से ही परीक्षा केदो पर परीक्षा शुरू हो गई थी. पहली पाली में हिंदी और अंग्रेजी भाषा का पेपर था जबकि दूसरी पाली में जनजातियों और क्षेत्रीय भाषा से जुड़े पेपर थे, तीसरी पाली में सामान्य ज्ञान का पेपर था. बता दें कि राज्य कर्मचारी चयन आयोग ने इस परीक्षा को दो हिस्सों में बांट कर लेने की तैयारी की थी. करीब 3 लाख परीक्षार्थियों के लिए 28 जनवरी को परीक्षा ली गई थी जबकि शेष परीक्षार्थियों के लिए 4 फरवरी को परीक्षा होनी है.
इसे भी पढ़ें- जेएसएससी (सीजीएल) की परीक्षा शुरू, शाम 5:00 बजे तक तीन पाली में होंगे एग्जाम
इसे भी पढ़ें- खूंटी में जेएसएससी परीक्षाः 12 सेंटर्स में साढ़े 4 हजार से ज्यादा परीक्षार्थी देंगे एग्जाम
इसे भी पढ़ें- झारखंड में 9 साल से निकाला जा रहा एक ही परीक्षा का विज्ञापन, क्या इस बार सफल होगा इम्तिहान