गिरिडीह: दिलीप कुमार वर्मा गांडेय विधानसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार घोषित हुए हैं. वर्तमान में दिलीप पार्टी के प्रदेश मंत्री रहे हैं. दिलीप वर्मा पांडेयडीह के मुखिया भी रह चुके हैं. विधानसभा चुनाव लड़ने का उनका अनुभव भी रहा है. ईटीवी भारत ने दिलीप कुमार वर्मा से बातचीत की.
2019 में दिलीप झारखंड विकास मोर्चा ( प्रजातान्त्रिक ) से चुनावी मैदान में थे. गांडेय विधानसभा सीट से ही उन्होंने चुनाव लड़ा था. हालांकि 2019 के चुनाव में वे कुछ खास नहीं कर सके थे. उस चुनाव में उन्हें 4.78 प्रतिशत मत मिले थे. 8952 मत उन्होंने प्राप्त किया था और अपनी जमानत बचाने में वे विफल रहे थे. हालांकि चुनाव हारने के बाद भी वे लगातार गांडेय विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय रहे.
बीजेपी में विलय के बाद हुई पदोउन्नति
झाविमो का विलय भाजपा में हुआ तो दिलीप को पार्टी ने किसान मोर्चा का जिलाध्यक्ष बनाया. इसके बाद उनकी पदोन्नति हुई और वे सीधे भाजपा प्रदेश मंत्री बन गए. प्रदेश मंत्री बनने के बाद पार्टी के कार्यों में उनकी सक्रियता बढ़ गई. वहीं, क्षेत्र के लोगों से भी उनका जुड़ाव रहा है. अब भाजपा से टिकट मिलने के बाद वे जीत के प्रति पूरी तरह से आश्वसत दिख रहे हैं.
दिलीप को जीत का भरोसा
ईटीवी भारत से बातचीत के दरमियान दिलीप वर्मा ने ने कहा कि आलाकमान ने उनपर विश्वास जताया है. वे पार्टी के भरोसे पर पूरी तरह से खरा उतरेंगे. उन्होंने कहा कि भाजपा के सभी पदाधिकारी से कार्यकर्त्ता का उन्हें साथ मिल रहा है. उन्होंने पिछले विधानसभा चुनाव में मिली हार पर कहा कि पिछले चुनाव में वोटरों का धुर्वीकरण दो प्रत्याशी पर हो गया तो वे जेवीएम अंत में पिछड़ गया. इस बार वे विश्व की सबसे बड़ी पार्टी के प्रत्याशी हैं. भाजपा का अपना वोट बैंक है और उसमें मेरा 10 हजार वोट भी जुड़ेगा तो जीत निश्चित है.