बिलासपुर की श्रेयांशी कर्तव्य पथ की ओर, दिल्ली में करेंगी छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व - delhi parade
Bilaspur Shreyanshi Jain: बिलासपुर की श्रेयांशी जैन का दिल्ली में होने वाले गणतंत्र दिवस परेड में चयन हुआ है. दिल्ली में होने वाले गणतंत्र दिवस परेड में वो छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व करेंगी.
बिलासपुर: देश प्रेम का जज्बा और देश की सेवा हर भारतीय के मन में होता है. देश की रक्षा के लिए हर भारतीय हर समय तैयार रहता है. लेकिन देश की सेवा और रक्षा का मौका कुछ लोगों को ही मिल पाता है. इनमें एक बिलासपुर की बेटी श्रेयांशी हैं. दरअसल, बिलासपुर की श्रेयांशी जैन बीबीए थर्ड ईयर की छात्रा है. श्रेयांशी का चयन दिल्ली में होने वाले गणतंत्र दिवस परेड में हुआ है. दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर होने वाले परेड में वो एनसीसी की ओर से छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व करेंगी.
बचपन से ही कर रही मेहनत: श्रेयांशी स्कूल टाइम से ही एनसीसी कैडेट का हिस्सा रही हैं. वह लगातार इस मौके के लिए प्रयासरत रही हैं. लेकिन उन्हें ये मौका कॉलेज में पहुंचने के बाद मिला है. एनसीसी एक राष्ट्रीय संगठन है, जिसने कैडेट में देशभक्ति की भावना, स्वयं पर विश्वास, साहस की भावना और युवाओं को अनुशासित बनाने में मदद की है. बिलासपुर की प्रियांशी जैन बचपन से ही देश सेवा के लिए मेहनत कर रही हैं.
दिल्ली में छत्तीसगढ़ का करेंगी प्रतिनिधित्व: श्रेयांशी स्कूल से ही एनसीसी कैडेट में हिस्सा लेती आई हैं. वह लगातार आगे बढ़ रही है. श्रेयांशी जिला स्तरीय, राज्य स्तरीय कैंप में हिस्सा ले चुकी है. अब वह राष्ट्रीय स्तर पर एनसीसी कैंप में हिस्सा लेते हुए छत्तीसगढ़ की ओर से दिल्ली में होने वाले गणतंत्र दिवस परेड में शामिल हो रही है. श्रेयांशी दिल्ली में होने वाले गणतंत्र दिवस के परेड में छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व करेंगी. देश प्रेम का जज्बा लिए वह इस परेड में शामिल होकर बिलासपुर सहित प्रदेश का नाम रोशन करने जा रही है.
पिता से मिली प्रेरणा: श्रेयांशी से ईटीवी भारत ने बातचीत की. बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि, "मेरे पिता संदीप जैन भी एनसीसी कैडेट रहे हैं. उनसे ही प्रेरित होकर मैंने एनसीसी ज्वाइन किया है. बचपन से ही मन में ख्वाहिश थी कि दिल्ली में होने वाले परेड में शामिल होऊं. इसके लिए बचपन से ही मेहनत कर रही हूं. अपने स्कूल में एनसीसी का ए सर्टिफिकेट लिया. इसके बाद लगातार दिल्ली में परेड करने का प्रयास किया. स्कूल के समय में यह मौका तो नहीं मिला लेकिन कॉलेज पहुंचकर अपना सपना भूली नहीं. लगातार प्रयास करती रही. पिता हमेशा ही इसके लिए प्रेरित करते रहे हैं. इसके अलावा एनसीसी अफसर वैभव अवस्थी ने काफी सहयोग किया."
ऐसे तय किया सफर:श्रेयांशी जैन के पिता संदीप जैन एनसीसी कैडेट रहे हैं. उन्होंने अपनी बेटी को शुरुआत से ही ऐसे स्कूल में दाखिला दिलवाया, जहां वह एनसीसी जॉइन कर सके और आगे अपना भविष्य बना सके. श्रेयांशी बिलासपुर के एक निजी स्कूल में पढ़ाई करते वक्त ही एनसीसी का ए सर्टिफिकेट ले चुकी थी. लगातार प्रयास कर रही थी कि वह आगे बढ़े. वह कॉलेज पहुंचने के बाद फर्स्ट ईयर और सेकंड ईयर में भी सर्टिफिकेट ए और सी ले ली थी. इसके बाद फर्स्ट ईयर में वह कॉलेज में ही एनसीसी परेड का अभ्यास करती रही. फिर सेकंड ईयर में वह कैंप अटेंड की. श्रेयांशी बिलासपुर में हुए एनसीसी के कैंप अटेंड करने के बाद रायपुर में भी कैंप अटेंड की. इसके बाद वह तीन बार भोपाल में कैंप अटेंड कर चुकी है. इसके अलावा दिल्ली के आरडीसी कैंप में भी वह अपना जौहर दिखा चुकी है.