शिमला/पंजाब: शिमला टैक्सी ड्राइवर अपहरण और मर्डर केस में आरोपी पंजाब के दो पर्यटकों को हिमाचल पुलिस ने बीते दिनों भले ही लुधियाना से गिरफ्तार कर लिया हो, लेकिन पुलिस अभी तक ड्राइवर के शव को तलाश नहीं पाई है. ऐसे में ड्राइवर की बॉडी की तलाश में बिलासपुर पुलिस पंजाब के रूपनगर जिले के किरतपुर साहिब पहुंची. जहां गोताखोरों की मदद से शव को ढूंढने का प्रयास किया जा रहा है. फिलहाल टैक्सी ड्राइवर का शव नहीं मिला है.
डीएसपी मदन धीमान ने कहा, "पंजाब के लुधियाना जिले के दो युवकों ने हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में घूमने के लिए शिमला से टैक्सी किराए पर ली थी. हरि कृष्ण नाम का टैक्सी ड्राइवर मनाली से इन युवकों को अपनी टैक्सी में लेकर निकला था, लेकिन उसके बाद से इनका कोई अता-पता नहीं लग पा रहा था. जिसके बाद ड्राइवर के बेटे ने इसकी शिमला पुलिस से शिकायत की. पुलिस जांच में पता चला कि यह टैक्सी लुधियाना के युवकों ने ट्रैवल एजेंट के जरिए बुक कराई की थी. इन लोगों ने एक होटल भी बुक किया था. जहां से दोनों आरोपी की पहचान हो सकी. जिसके बाद पुलिस सभी कड़ियों को जोड़ते हुए इन आरोपियों तक पहुंची और दोनों को लुधियाना से गिरफ्तार कर लिया".
गौरतलब है कि 24 जून को पंजाब के लुधियाना से दो युवक शिमला पहुंचे, जहां से उन्होंने एक टैक्सी किराए पर ली और मनाली के रवाना हो गए. लेकिन उसके बाद से टैक्सी ड्राइवर हरि कृष्ण रनौत का कुछ पता नहीं चल पा रहा था. ऐसे में किसी अनहोनी की आशंका को देखते हुए हरि कृष्ण के बेटे और ट्रेवल एजेंट देशराज रनौत ने शिमला पुलिस को शिकायत दी और आशंका जाहिर की उनके पिता का पंजाब के दो पर्यटकों ने अपहरण कर लिया है. शिमला पुलिस ने शिकायत पर जीरो एफआरआई दर्ज कर बिलासपुर पुलिस को मामला भेज दिया.