पटनाः नेपाल में भारी बारिश के कारण बिहार की नदियां उफानमार रही है. कोसी, गंडक, गंगा, बागमती, महानंदा सहित कई छोटी बड़ी नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है. नेपाल में पिछले 27 सितंबर से जारी बारिश के कारण गंडक, कोसी, बागमती, महानंदा आदि नदियों में अधिकतम जलश्राव प्रवाहित हुआ है.
बिहार में बारिश: मौसम विभाग के मुताबिक बिहार में बारिश की कम संभावना दिख रही है. पूर्व में जारी पूर्वानुमान को देखें तो 29 से 30 सितंबर तक मात्र दो जिलों में बारिश की संभावना जतायी गयी है. इसमें पश्चिमी चंपारण और गोपालगंज शामिल है. वहीं 30 सितंबर से 1 अक्टूबर तक 4 जिलों में वज्रपात की संभावना है लेकिन बारिश नहीं होगी.
नेपाल में बारिश से बिहार में बाढ़:नेपाल में भारी बारिश के कारण कोसी और गंडक नदी में लगातार पानी छोड़ा जा रहा है. रविवार की शाम कोसी नदी में 3 लाख 34 हजार 290 क्यूसेक पानी घटते क्रम में रिकॉर्ड किया गया है. रविवार को कुल 6 लाख 61 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया. 1968 के बाद पहली बार इतना पानी कोसी में छोड़ा गया. इससे अन्य नदियों में जलस्तर बढ़ गया है. गंगा, बागमती, महानंदा आदि नदियों में जलस्तर बढ़ा हुआ है.
गंडक नदी में बाढ़: इधर, गंडक नदी भी उफान पर है. नेपाल से पानी आने के कारण इस नदी में भी रिकॉर्ड जलस्राव हुआ है. गंडक ने अपने 21 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ा है. गंडक में 4 लाख 75 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. इससे आसपास के जिलों में पानी घुस गया है. जिला प्रशासन की ओर से सभी लोगों को सुरक्षित और ऊंचे स्थानों पर शरण दिया जा रहा है.
कई जिलों में बांध टूटा: गंडक और कोसी के कारण लगभग 20 जिला प्रभावित है. रविवार को सुपौल, दरभंगा, कटिहार, सहरसा, पश्चिमी चंपारण में बाढ़ का विकराल रूप दिख रहा है. बगहा में गाइड बांध टूट गया है जिससे इलाकों में तेजी से पानी फैल रहा है. शिवहर में भी देर रात बांध टूटने से बाढ़ आ गयी है.
बारिश नहीं होने से बाढ़ पीड़ित को राहत: मौसम विभाग के मुताबिक साइक्लोन का असर उत्तर प्रदेश से मध्य प्रदेश की ओर शिफ्ट हो रहा है. इस कारण बिहार में बारिश की कमी देखने को मिल रही है. हालांकि रविवार को सीतामढ़ी में 12 से 13 सेंटीमीटर बारिश हुई लेकिन अन्य जिलों में नहीं के बराबर बारिश हुई है. मौसम विभाग के अनुसार आगे बारिश में कमी देखने को मिलेगी. ऐसे में बाढ़ पीड़ित के लिए थोड़ी राहत है.
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