पटना:शिक्षक बहाली के तीसरे चरण के लिए आवेदन की प्रक्रिया शनिवार से शुरू हो गई है. बिहार लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित होने वाली परीक्षा के लिए 10 फरवरी शनिवार से आवेदन फॉर्म भरने की प्रक्रिया शुरू हुई है. 23 फरवरी तक आवेदन करने की प्रक्रिया चलेगी.
तीसरे चरण के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू: 7 मार्च से 17 मार्च के बीच एग्जाम लिया जाएगा. शिक्षक बहाली के तीसरे चरण की परीक्षा है और बिहार शिक्षा विभाग की मानें तो एक अभ्यर्थी अधिकतम तीन चरण की ही परीक्षा में सम्मिलित हो सकते हैं. ऐसे में हजारों और लाखों की तादाद में ऐसे अभ्यर्थी हैं जिनका इस बार आखिरी अटेम्प्ट होने जा रहा है. ऐसे अभ्यर्थी दुविधा में हैं कि फॉर्म भरें कि ना भरें क्योंकि अगस्त में भी चौथे चरण की बहाली आने वाली है.
फॉर्म भरना चाहिए या नहीं?: इसी बीच पटना में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले शिक्षक कुमार प्रियांक ने बताया कि अभ्यर्थियों को फॉर्म जरूर ही भरना चाहिए. भले ही इस बार उनका आखिरी अटेम्प्ट है. उन्होंने कहा कि फॉर्म जरूर भरे लेकिन तैयारी यदि अच्छी नहीं है तो परीक्षा नहीं दें. तीन अटेम्प्ट तब पूरा माना जाता है जब तीन बार परीक्षा में बैठते हैं.
"यदि परीक्षा में अभ्यर्थी नहीं बैठेंगे तो उनका अटेम्प्ट नहीं गिना जाएगा और उन्हें अगली बहाली में आवेदन करने का मौका मिलेगा. ऐसे में परीक्षार्थी अभी तैयारी करें, फॉर्म भरें और परीक्षा के दिन सुबह में तय करें कि तैयारी अच्छी है या नहीं. अच्छी तैयारी है तो परीक्षा दें और तैयारी अच्छी नहीं है तो परीक्षा को ड्रॉप कर दें."- कुमार प्रियांक,शिक्षक
ऐसे करें तैयारी..नहीं होगी हार: शिक्षक कुमार प्रियांक ने बताया कि आयोग के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने भी स्पष्ट कर दिया है कि लुसेंट पढ़कर परीक्षा देने वाला जमाना खत्म हो गया. एनसीईआरटी की जो गहनता से अध्ययन करेगा, उसे ही फायदा होगा और एनसीईआरटी से ही सवाल पूछे जाएंगे. ऐसे में अभ्यर्थियों को एनसीईआरटी पुस्तक को लाइन बाई लाइन पढ़कर अपनी तैयारी मजबूत करनी चाहिए.
माइंड सेट क्लियर रखना जरूरी: उन्होंने आगे कहा कि कोई लड़का नया तैयारी करने जा रहा है तो कक्षा 6 से 12वीं तक के एनसीईआरटी पाठ्य पुस्तकों को कंप्लीट करने में कम से कम 6 महीने का समय लगेगा और सामान्य रूप से 8 से 10 महीने लग जाएंगे. शिक्षक बहाली के लिए अगस्त में पहले चरण की परीक्षा आयोजित की गई, उस समय से परीक्षार्थी शिक्षक बनने के लिए तैयारी में जुटे थे. पहले चरण की परीक्षा के बाद सिलेबस के बारे में माइंड सेट क्लियर हुआ.