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नीतीश की बैठकों से BJP मंत्रियों की गैरमौजूदगी के बाद श्याम रजक ने उठायी विशेष राज्य की मांग, सियासी पारा चढ़ा - Bihar NDA government

बिहार की एनडीए सरकार में सब कुछ सामान्य नहीं दिख रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकारी बैठकों से भाजपा कोटे के मंत्रियों की गैरमौजूदगी ने सियासी हलकों में खलबली मचा दी थी. इस बीच आरजेडी से जदयू में वापसी करने वाले श्याम रजक ने विशेष राज्य के दर्जे की मांग को दोहराकर राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी. पढ़ें, विस्तार से.

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बिहार की एनडीए सरकार (ETV Bharat)

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Sep 26, 2024, 7:09 PM IST

पटनाःजनता दल यूनाइटेड लंबे समय से विशेष राज्य के दर्जे की मांग करती रही है. लेकिन, नीतीश कुमार के एनडीए में शामिल होने और बजट में बिहार को विशेष पैकेज मिलने के बाद से विशेष राज्य के दर्जे की मांग ठंडी पड़ गयी थी. जदयू के नेताओं का कहना था कि उनलोगों ने कहा था विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिल सकता है तो विशेष पैकेज मिले और केंद्र ने विशेष पैकेज दिया है. लेकिन, जदयू के श्याम रजक ने एक बार फिर से विशेष राज्य के दर्जे की मांग कर दी. जिसके बाद राजनीति तेज हो गयी.

जदयू ने श्याम रजक के बयान से पल्ला झाड़ाः जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने श्याम रजक के बयान पर तुरंत रिएक्शन भी दिया. उन्होंने कहा कि हम लोगों ने नीति आयोग से विशेष राज्य के दर्जे को लेकर जो प्रावधान है उसे बदलने की मांग की थी. लेकिन नहीं मिला तो विशेष पैकेज की मांग की थी और विशेष पैकेज मिला है. उन्होंने कहा कि श्याम रजक, आरजेडी से आए हैं. इसलिए उन्हें पार्टी लाइन पता नहीं होगा.

विशेष राज्य के दर्जे की मांग पर सियासी तापमान चढ़ा. (ETV Bharat)

श्याम रजक के बयान के मायनेः बिहार के राजनीतिक गलियारे में श्याम रजक के बयान के कई मायने लगाये जा रहे हैं. उनके इस बयान को मुख्यमंत्री की बैठक से भाजपा मंत्रियों की दूरी से जोड़कर देखा जा रहा है. राजद जहां एनडीए पर हमलावर है वहीं राजनीतिक विश्लेषक भी श्याम रजक के बयान में कुछ संकेत देख रहे हैं. हालांकि भाजपा इससे इंकार कर रही है. बता दें कि पिछले एक सप्ताह में नीतीश कुमार ने जितनी बैठक की हैं, उसमें दोनों उपमुख्यमंत्री और बीजेपी के विभागीय मंत्री नजर नहीं आए हैं.

राजद को एनडीए में सब ठीक नहीं लग रहाः राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता एजाज अहमद का कहना है कि श्याम रजक ने बयान देकर नेता को खुश करने की कोशिश की है. श्याम रजक इस तरह के बयान से राष्ट्रीय महासचिव जरूर बन सकते हैं और कुछ मिलने वाला नहीं है. जहां तक एनडीए की बात है तो वहां सब कुछ ठीक नहीं है. क्योंकि नीतीश कुमार भारतीय जनता पार्टी के मंत्रियों को बैठक में बुला नहीं रहे हैं, लेकिन बीजेपी सत्ता के लिए कुछ भी करने को तैयार है.

एजाज अहमद. (ETV Bharat)

"एनडीए की बात है तो वहां सब कुछ ठीक नहीं है. नीतीश कुमार, भारतीय जनता पार्टी के मंत्रियों को बैठक में बुला नहीं रहे हैं, लेकिन बीजेपी सत्ता के लिए कुछ भी करने को तैयार है."- एजाज अहमद, राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता

भाजपा कह रही सब ठीक हैः जदयू मंत्री रत्नेश सदा का कहना है कि 2012 से हम लोगों विशेष राज्य के दर्जे की मांग कर रहे हैं लेकिन नीतीश कुमार ने विशेष पैकेज से बिहार की तरक्की की है. श्याम रजक के बयान पर उन्होंने कहा कि वो बड़े नेता हैं और उन पर मुझे कुछ नहीं कहना है. भाजपा प्रवक्ता डॉ राम सागर सिंह का कहना है एनडीए में सब कुछ ठीक है. हालांकि उन्होंने कहा कि एनडीए के नेताओं को इस तरह के बयान देने से बचना चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार बिहार को पैकेज दे रहे हैं.

रत्नेश सदा, मंत्री. (ETV Bharat)

"एनडीए में सब कुछ ठीक है, लेकिन इंडिया गठबंधन में आल इज वेल नहीं है. वीआईपी के मुकेश सहनी जिस प्रकार से बयान दे रहे हैं कि नीतीश कुमार उन्हें सत्ता सौंप दें, तेजस्वी की बात नहीं कर रहे हैं इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है."- डॉ राम सागर सिंह, भाजपा प्रवक्ता

जदयू केंद्र सरकार के साथ खड़ा हैः राजनीतिक विश्लेषक सुनील पांडे का कहना है कि एनडीए में फिलहाल तो सब कुछ आल इज वेल लग रहा है. श्याम रजक आरजेडी से जदयू में आए हैं उन्हें बड़ी जिम्मेदारी मिली है. इसलिए कुछ बोलना था तो बोल गए. लेकिन, जदयू के नेता ही उसका जवाब दे रहे हैं. नीतीश कुमार तो खुद कई बार कह चुके हैं कि अब हम यही रहेंगे कहीं जाएंगे नहीं. केंद्र के साथ मजबूती से खड़े भी हैं. पिछले दिनों ललन सिंह ने जिस तेवर के साथ वक्फ बिल विधेयक पर समर्थन किया है वह भी देखने वाली बात है.

एक्सप्रेस वे को लेकर की गयी समीक्षा बैठक. (फाइल फोटो) (ETV Bharat)

"एनडीए में फिलहाल तो सब कुछ आल इज वेल लग रहा है. श्याम रजक आरजेडी से जदयू में आए हैं उन्हें बड़ी जिम्मेदारी मिली है. इसलिए कुछ बोलना था तो बोल गए. लेकिन, जदयू के नेता ही उसका जवाब दे रहे हैं."- सुनील पांडे, राजनीतिक विश्लेषक

आयोग-बोर्ड के गठन के साथ मंत्रिमंडल विस्तार भी लटकाः बिहार में एनडीए की सरकार बनने के बाद से आयोग और बोर्ड के गठन का मामला लटका हुआ है. मंत्रिमंडल विस्तार का भी पेच फंसा हुआ है. पिछले दिनों भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की थी. तब कहा था कि जल्द ही सब कुछ हो जाएगा. लेकिन मुलाकात के 10 दिन हो चुके हैं और कुछ नहीं हुआ है. सिर्फ एक आयोग का गठन हो पाया है. इसको लेकर भी कयास लगाये जा रहे हैं.

लॉ एंड ऑर्डर को लेकर नीतीश द्वारा बुलायी गयी बैठक. (फाइल फोटो) (ETV Bharat)

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