पटना :बिहार बोर्ड के इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा 2025 का आयोजन शनिवार को संपन्न हो गया. इसके बाद अब बिहार विद्यालय परीक्षा समिति मैट्रिक परीक्षा की तैयारी में लग गया है. सोमवार 17 फरवरी से मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2025 की शुरुआत होने जा रही है. इस परीक्षा में 1585868 विद्यार्थी सम्मिलित हो रहे हैं.
परीक्षा शुरू होने से आधे घंटे पहले प्रवेश करना अनिवार्य :इस परीक्षा को लेकर पूरे प्रदेश में 1677 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. परीक्षा का आयोजन प्रतिदिन दो शिफ्ट में किया जाएगा और यह आयोजन 25 फरवरी तक चलेगा. प्रथम पाली की परीक्षा सुबह 9:30 बजे से और द्वितीय पाली की परीक्षा दिन के 2:00 बजे से शुरू होगी. इंटरमीडिएट परीक्षा की तरह मैट्रिक परीक्षा में भी परीक्षार्थियों को परीक्षा शुरू होने से आधे घंटे पूर्व परीक्षा हॉल में प्रवेश करना अनिवार्य है. विलंब से पहुंचने वाले परीक्षार्थियों को परीक्षा में शामिल होने की अनुमति नहीं है.
''मैट्रिक परीक्षा में भी परीक्षार्थियों के लिए जूता मोजा पहनकर प्रवेश वर्जित है. अगर परीक्षार्थी कोई जूता मोजा पहन कर परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने की कोशिश करते हैं तो गेट पर ही उनका जूता मोजा उतरवा दिया जाएगा और उन्हें नंगे पैर परीक्षा देनी होगी. परीक्षा में सिर्फ सूई वाली घड़ी ही अलाऊ की गई है और किसी प्रकार का भी डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण सख्त प्रतिबंधित है.''- आनंद किशोर, अध्यक्ष, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति
मैट्रिक परीक्षा में छात्रों से अधिक छात्राओं की संख्या :बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने जानकारी दी है कि इस वर्ष मैट्रिक वार्षिक परीक्षा में सम्मिलित हो रहे 15,85,868 विद्यार्थियों में 7,67,746 छात्र एवं 8,18,122 छात्राएं हैं. पिछले वर्ष की तरह इस बार भी छात्राओं की संख्या अधिक है. यह राज्य सरकार की बालिका उत्थान के लिए प्रभावी विभिन्न योजनाओं एवं नीतियों के सफलतापूर्वक क्रियान्वयन का परिचायक है.