पटना: बिहार के दो जिलों भोजपुर भागलपुर में एनआईए की छापेमारी हुई. जानकारी के अनुसार भागलपुर के भीखनपुर निवासी नजरे सद्दाम के घर में यह कार्रवाई की जा रही है. इसके खिलाफ देश विरोधी काम से जुड़े होने का आरोप है.
पटना-दिल्ली की टीम पहुंची: बुधवार को दिल्ली और पटना से पहुंची एनआईए की टीम भागलपुर में छापेमारी की. इस दौरान इशाकचक थानाक्षेत्र के भीखनपुर के बड़ी मस्जिद लेन घर में नजरे सद्दाम के पिता मो. मुसिउज्जमा समेत परिवार के अन्य सदस्य मौजूद थे, जिससे टीम ने पूछताछ की और घर की तलाशी ली.
पाकिस्तानी कनेक्शन का मामला: जानकारी के अनुसार नजरे सद्दाम के परिवार के सदस्यों से पूछताछ में जाली नोट, उससे जुड़े कुछ दस्तावेज और विस्फोटकों से संबंधित जानकारी एजेंसी के हाथ लगी है. पाकिस्तानी एजेंटों और देश विरोधी संगठन से तार जुड़े होने के साक्ष्य मिले हैं. हालांकि इस मामले में एनआईए टीम ने कुछ स्पष्ट नहीं किया है.
जाली नोटों का धंधा: दरअसल, यह मामला सीमा पार नेटवर्क से जुड़े एक सुव्यवस्थित जाली मुद्रा रैकेट को उजागर करता है, जिसमें बिहार, नेपाल और कश्मीर के तस्कर शामिल हैं. इस मामले में पिछले साल सितंबर महीने में बिहार की मोतिहारी पुलिस की कार्रवाई से खुलासा हुआ था.
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कौन है नजरे सद्दाम: बिहार के भागलपुर का रहने वाला नजरे सद्दाम पेश से एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है. एनआईए के मोस्ट वांटेड की लिस्ट में नजरे सद्दाम शामिल था. बिहार की मोतिहारी पुलिस ने 5 सितंबर को इसे गिरफ्तार किया था. इसके साथ-साथ तीन तस्कर को दो लाख नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया था.
आतंकवादी कनेक्शन का खुलासा: पुलिस और एजेंसी से पूछताछ में नजरे सद्दाम का जाली नोट और पाकिस्तान कनेक्शन सामने आया था. नजरे सद्दाम खासकर बोर्डर एरिया से जाली नोटों का तस्करी करता था. इस धंधे में नेपाल और कश्मीर के तस्कर जुड़े थे. मोतिहारी पुलिस के द्वारा गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तानी एजेंटों और कश्मीर में सक्रिय आतंकवादी संगठनों सहित राष्ट्र-विरोधी और आतंकवादी संगठनों से उसके संबंध उजागर हुए थे.
कश्मीर कनेक्शन: नजरे सद्दाम के निशानदेही पर ही कश्मीर के अनंतनाग में मो. सरफराज की गिरफ्तारी की गयी थी. जिसके तार आतंकियों से जुड़े मिले थे. इसका नेटवर्क भोजपुर और पटना तक फैला हुआ था, जिसमें कई लोग शामिल थे.
भागलपुर में छापेमारी: इसी मामले में छापेमारी की गयी. इलाके में पुलिस बल की तैनाती रही. लोगों को जैसे ही जानकारी मिली, इसकी चर्चा शुरू हो गयी है. स्थानीय लोग बताते हैं कि नजरे आलम के परिवार के कई सदस्य सरकारी नौकरी से जुड़े हैं. इसके अलावा जाली नोटों का धंधा भी करता है.
भोजपुर में भी छापेमारी: बता दें कि भोजपुर में अलग-अलग दो जगहों पर छापेमारी की गयी. चौरी थाना क्षेत्र के छतरपुरा और सहार थाना के कोरनडिहरी गांव में सुबह 6 बजे से ही टीम छापेमारी शुरू कर दी. बता दें कि जिसके घर में छापेमारी हुई वह मो. नेहाल जो फिलहाल दिल्ली में रहता है.
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जाली नोट की तस्करी और आतंकी कनेक्शन: दूसरा मो. वारिस जो पहले से जाली नोट की तस्करी मामले में जेल में बंद है. भोजपुर में भी छापेमारी के दौरान जाली नोट की तस्करी और आतंकी कनेक्शन के साक्ष्य मिले हैं. एक नेहाल के पिता उर्दू विद्यालय में शिक्षक और वारिस के पिता टोला सेवक के रूप में कार्यरत बताए जा रहे हैं. इन लोगों से भी पूछताछ की जा रही है.
जमाल अंसारी एवं उनके बेटे बुलाया: पूछताछ के बाद एएनआई की टीम जमाल अंसारी एवं उनके बेटे को पटना भी बुलाया है. साथ ही टीम ने दोनों लोगो के घर से डॉक्यूमेंट एवं कई कागजात को भी जब्त कर अपने साथ ले गई है. इस जाली नोट के मामले में सहार थाना क्षेत्र के कौरनडिहरी गांव निवासी सह शिक्षक अख्तर हुसैन का पुत्र मो. वासिर को पूर्व में ही पूर्वी चंपारण (मोतिहारी) जिला के बंजरिया थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.
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