भोजपुर:उम्र 55 की हो चुकी है लेकिन काम 35 वाला किया जा रहा है. बढ़ते उम्र में बुढ़ापे की ढलान पर पहुंच चुके ग्रामीणों को उम्मीद है कि हो सकता है उम्र के आखिरी पड़ाव पर ही नौकरी लग जाए. हम बात कर रहे हैं 2006 के होमगार्ड अभ्यर्थियों की, जिन्हें 18 साल के बाद फिजिकल परीक्षा के आधार पर सरकार नौकरी देगी.
भोजपुर में होमगार्ड की बहाली: इन दिनों भोजपुर जिले के हर प्रखंड व कस्बों के खेल मैदान में यह दृश्य दिखना आम है. अधेड़ उम्र के लोग दौड़-कूद के अभ्यास में पसीना बहाते दिख रहे हैं. लक्ष्य, ढाई मिनट में आठ सौ मीटर की दौड़ पूरी करना है. ये सभी होमगार्ड अभ्यर्थी हैं. इन्होंने वर्ष 2006 में होमगार्ड में नौकरी के लिए आवेदन किया था, अब 18 वर्षों बाद उनकी शारीरिक परीक्षा होने वाली है.
उम्रदराज लोग लगा रहे दौड़: इन लोगों ने जब आवेदन किया था, तब युवा थे, अब अधेड़ हो गए हैं. होमगार्ड भर्ती के लिए प्रखंडवार शारीरिक दक्षता जांच परीक्षा 18 सितंबर से शुरू होनी है. कोईलवर प्रखंड के अभ्यर्थियों के लिए 26 सितंबर की तिथि तय है. शारीरिक दक्षता परीक्षा में उत्तीर्ण के लिए दर्जनों अभ्यर्थी अपने क्षेत्र के खेल मैदान पर अभ्यास कर रहे हैं, उनमें युवाओं जैसी शारीरिक ऊर्जा नहीं है, लेकिन जोश भरपूर है.
45-55 साल के लोगों में नौकरी मिलने की उम्मीद: 45 से 55 की उम्र में ढाई मिनट में आठ सौ मीटर की दौड़ लगाने में पसीने छूट रहे हैं. कईयों के तो बीच में ही दम फूल जा रहे हैं. कई लोग दवा और अस्पताल का सहारा भी ले रहे हैं. कोईलवर के टीबी सेनिटोरियम खेल मैदान पर सुबह साढ़े चार बजे से अभ्यर्थी अभ्यास करना शुरू कर दे रहे हैं. इनमें सबसे कम उम्र की महिला अभ्यर्थी की उम्र 38 साल है.
'जवानी में भरा था फॉर्म':53 वर्षीय अभ्यर्थी नया हरिपुर गांव के सच्चिदानंद पांडेय ने बताया कि होमगार्ड का फार्म भरते वक्त काफी जोश था, शरीर युवा था. अब 50 पार हूं, हड्डियां भी कमजोर पड़ गई हैं. ढाई मिनट में आठ सौ मीटर की दौड़ लगाना काफी कठिन लग रहा है.
"18 साल पहले काफी जोश था. अब 50 साल का हो गया हूं. उम्र के साथ पहले वाली बात नहीं रही. शरीर कमजोर हो चुका है."- सच्चिदानंद पांडेय, 53 वर्षीय अभ्यर्थी