नालंदा: शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ लगातार शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने में लगे हैं. इसके लिए वह वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए दूर-दूर स्थित स्कूलों पर भी अपनी नजर बनाए रखते हैं. साथ ही कई बार स्कूलों में खुद निरीक्षण करने पहुंच जाते हैं. इसी कड़ी में शुक्रवार को एस सिद्धार्थ अचानक नालंदा के नूरसराय प्रखंड के गोविंदपुर बेलदारी पहुंच गए.
नालंदा पहुंचे एस सिद्धार्थ:एस सिद्धार्थ के अचानक स्कूलों का औचक निरीक्षण करने से हड़कंप मच गया. इस दौरान कई चौंकाने वाली स्थितियां सामने आईं, जिसने जिले की शिक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. नूरसराय प्रखंड के गोविंदपुर बेलदारी में निरीक्षण के दौरान अपर मुख्य सचिव को स्कूल समय में बाहर घूमती दो छात्राएं मिलीं.
सड़क पर घूम रही दो छात्राओं से किया सवाल: एस सिद्धार्थ ने दोनों बच्चियों को रोककर उनसे पूछा कि स्कूल क्यों नहीं गई? बच्चियों ने कुछ जवाब नहीं दिया. उसके बाद उन्होंने छात्राओं के बैग में रखी किताबें देखी और स्कूल रोज जाने को कहा. इसके बाद एस सिद्धार्थ ने एक स्थानीय महिला को छात्राओं को स्कूल पहुंचाने का निर्देश दिया.
लालबाग के एक स्कूल के गेट पर जड़ा मिला ताला: इसी क्रम में एस सिद्धार्थ बिहारशरीफ प्रखंड स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय लालबाग में पहुंचे, जहां एक और चौंकाने वाली स्थिति सामने आई. विद्यालय के मुख्य द्वार पर ताला बंद मिला, जिसे स्कूल की शिक्षिका की मदद से खुलवाया गया. स्कूल के प्रधानाचार्य संतोष कुमार के अनुसार, स्कूल में कुल 146 विद्यार्थी उपस्थित थे. स्कूल ड्रेस नहीं पहनने को लेकर भी एस सिद्धार्थ ने सवाल किया.
एमडीएम की गुणवत्ता की जांच: दस शिक्षकों में से दो इंटरमीडिएट परीक्षा में वीक्षक की ड्यूटी पर थे. अपर मुख्य सचिव ने दोनों स्कूलों में कक्षाओं का गहन निरीक्षण किया और मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता की भी जांच की. इस दौरान एमडीएम योजना की जांच करते हुए उन्होंने रसोइया से भी बात की.
एस सिद्धार्थ: आज मिड डे मील में क्या पकाया है?
रसोइया: छोले और चावल और अंडा बनाया है.
एस सिद्धार्थ: अंडा कहां है? नियमित रूप से मिलता है या सिर्फ कागजी खानापूर्ति की जाती है?
रसोइया: मिलता है अंडा लेकिन आज अभी तक नहीं आया है. प्रभारी मैडम भेज रही हैं