पटना : बिहार में आशा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन जारी है. ये कई वर्षों से अपनी मांग को लेकर लगातार धरना दे रही हैं. उसी कड़ी में आज राजधानी पटना में आशा कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया. वहीं पुलिस ने उन लोगों को अदालतगंज में ही रोक लिया. आशा कार्यकर्ताओं का कहना था कि हम लोग डाक बंगला तक जाएंगे, लेकिन पुलिस के द्वारा उन्हें रोक दिया गया. बता दें कि राजधानी में एक बार फिर आशा और ममता कार्यकर्ताओं ने अपने ₹25000 वेतनवृद्धि एवं 14 सूत्री मांगों को लेकर भारी संख्या में आशा कार्यकर्ता सड़क पर उतरी हैं.
आशा कार्यकर्ता अपनी मांग को लेकर सड़क पर उतरीं, सरकार को भूख हड़ताल की दी धमकी
Published : Feb 15, 2024, 4:23 PM IST
Asha workers : बिहार की आशा कार्यकर्ता अपनी 14 सूत्रीय मांगों को लेकर पटना में धरने पर हैं. उनके प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन मुख्यमंत्री के सचिव से मिलवाने की तैयारी कर रही है. आशा कार्यकर्ताओं का कहना है कि सरकार आश्वसन देकर उनके प्रदर्शन को रोक तो देती है लेकिन कोई निर्णय नहीं होता है. इस बार वो आर-पार के मूड में हैं. उन्होंने धमकी दी है कि अगर उनकी बातों को इस बार नहीं माना गया तो वो भूख हड़ताल करेंगी.
पटना में आशा कार्यकर्ता का प्रदर्शन : दरअसल आशा फैसिलिटेटर, स्वास्थ्य, वैक्सिन, कुरियर जैसे कार्य 1000 के वेतनमान पर काम करने और सरकार द्वारा छले जाने का आरोप लगाया है. इस आरोप के बाद उन्होंने पटना की कोतवाली थाना क्षेत्र में बजट सत्र के दौरान प्रदर्शन कर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराते नजर आई हैं. वहीं, प्रदर्शन में शामिल आशा और ममता कार्यकर्ताओं ने आगामी चुनाव में अपनी मांगे पूरी नहीं किए जाने पर वोट का बहिष्कार करने की बात कही है.
मुख्यमंत्री के सचिव से मिलवाने की तैयारी: फिलहाल प्रदर्शकारियों में शामिल आशा कार्यकर्ता कोतवाली थाना क्षेत्र के अदालत गंज रोड के समीप सड़क पर बैठकर प्रदर्शन कर रही हैं. साथ ही पुलिस प्रदर्शकारियों को समझने के प्रयास में जुटी है. वहीं, पहुंचे दंडाधिकारी के द्वारा पांच सदस्य टीम को ले जाकर मुख्यमंत्री के सचिव से मिलवाने की बात कही गई है. आशा कार्यकर्ताओं का कहना है कि अगर हमलोग की मांग पूरी नहीं होती है तो भूख हड़ताल पर जाएंगे, आशा कार्यकर्ताओं का आरोप है कि हम लोगों को सरकार सिर्फ आश्वासन दे रही है.