दुमकाःलोकसभा चुनाव के अंतिम चरण में संथाल परगना की संसदीय सीट दुमका, राजमहल और गोड्डा में मतदान होगा. इसे लेकर दुमका सहित तीनों सीटों पर नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. दुमका लोकसभा सीट से झामुमो से नलिन सोरेन और भाजपा से सीता सोरेन उम्मीदवार हैं. दोनों प्रत्याशी 10 मई को नॉमिनेशन करेंगे. वहीं अन्य प्रत्याशी भी चुनावी मैदान में ताल ठोंकने की तैयारी कर रहे हैं. इधर, लोकतंत्र के इस महापर्व में अपनी भूमिका निभाने के लिए जनता भी पुरी तरह से तैयार है. दुमका के मतदाता चुनाव को लेकर काफी सजग हैं. उन्होंने अपनी मांगों की फेहरिस्त तैयार रखी है. वोटर्स ने उन्हें ही अपना मत देने का मन बनाया है जो उनकी उम्मीदों पर खरा उतरेंगे.
क्या कहते हैं उपराजधानी के वोटर्स
ईटीवी भारत की टीम ने झारखंड की उपराजधानी दुमका के वोटर्स से बात कर नब्ज टटोलने की कोशिश की. यह जानने का प्रयास किया गया कि जनता किन मुद्दों पर अपनी वोट करेगी. उनका जो सांसद हो उनके लिए क्या करें, उनकी प्राथमिकताएं क्या होनी चाहिए. यह जानने के लिए ईटीवी भारत ने स्टूडेंट्स और व्यवसायियों से बात की. सबों ने अपनी-अपनी प्राथमिकताएं गिनाईं और सांसद से उनकी क्या अपेक्षाएं हैं यह साझा किया. इस दौरान सभी ने बेहतर शैक्षणिक संस्थानों की दुमका में स्थापना, उत्तम स्वास्थ्य की सुविधा और यातायात के साधनों खासकर रेलवे कनेक्टिविटी को और मजबूत करने पर जोर दिया.
स्टूडेंट्स की है मांग-शिक्षा की हो बेहतर व्यवस्था, विकसित हो एसकेएम यूनिवर्सिटी
हमने दुमका के कुछ स्टूडेंट्स से बात की. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि दुमका में शिक्षा की बेहतर व्यवस्था अब तक नहीं हो पाई है. दुमका के सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय में आधारभूत संरचना काफी कमजोर है. यूनिवर्सिटी में न पर्याप्त शिक्षक हैं और न ही सभी कोर्स की पढ़ाई होती है. शिक्षा की गुणवत्ता भी कुछ खास नहीं है. यही वजह है कि प्रतिवर्ष हजारों छात्र-छात्राएं दुमका से दूसरे राज्यों और शहरों में पढ़ाई के लिए जाते हैं. स्टूडेंट्स का कहना है कि यहां वैसे मेधावी छात्र-छात्राएं जिनके पास बाहर जाकर पढ़ने के पैसे नहीं हैं उनकी प्रतिभा कुंठित हो जाती है. वे अपने सांसद से यह मांग करते हैं कि आप जीत कर सबसे पहले एजुकेशन सेक्टर को मजबूत करें, ताकि बच्चों को पढ़ाई के लिए बाहर जाना नहीं पड़े.