पलामू: पांडेय गिरोह गैंगवार मामले में एसआईटी ने निशि पांडेय, निशांत सिंह समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया है. सभी को गिरफ्तार कर पलामू लाने की तैयारी की जा रही है. पलामू के एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने गिरफ्तारी की पुष्टि की है. पलामू के चैनपुर थाना क्षेत्र के गरदा गांव रविवार की देर रात भरत पांडेय और दीपक साव को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. भरत और दीपक पर रामगढ़ में कई आपराधिक मामले दर्ज थे. कोयलांचल के इलाके में दोनों की कई अन्य गिरोहों के साथ वर्चस्व की लड़ाई थी. घटना के बाद पलामू पुलिस ने सदर एसडीपीओ मणि भूषण प्रसाद के नेतृत्व में एक एसआईटी का भी गठन किया है.
पिता के आवेदन पर 11 लोगों पर एफआईआर
दरअसल, भरत पांडेय और दीपक साव गैंगवार मामले में पलामू के चैनपुर थाना में 11 आरोपियों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज किया गया है. सभी आरोपियों के खिलाफ बीएनएस की नौ अलग-अलग धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. भरत पांडेय के पिता के आवेदन के आधार पर रामगढ़ पतरातू के रहने वाले विकास तिवारी, निशि पांडेय, आकाश तिवारी, विकास साव, अमित साव, सुभाष सिंह उर्फ बाघा सिंह अनिल यादव, सुनील धोबी, बबलू ठाकुर, संदीप ठाकुर, निशांत सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है. इस मुकदमे का अनुसंधान चैनपुर के थाना प्रभारी श्री राम शर्मा करेंगे. पुलिस को दिए गए आवेदन में भरत पांडेय के पिता ने बताया है कि 8 महीने पहले भरत जेल से बाहर निकाला था. हजारीबाग जेल में बंद विकास तिवारी के इशारे पर लगातार धमकी दी जा रहा थी.
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