सुल्तानपुर डकैती कांड में बड़ा खुलासा (Video Credit; ETV Bharat) सुल्तानपुर: उत्तर प्रदेश के चर्चित सुल्तानपुर डकैती कांड में पुलिस ने बुधवार को बड़ा खुलासा किया है. सर्राफा कारोबारी भरतजी सोनी की दुकान से करोड़ों की डकैती मामले में जिले की एसओजी और कोतवाली नगर टीम ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनके कब्जे से करोड़ों रुपये की कीमत का सोना बरामद हुआ है. बदमाशों को कोतवाली नगर के दुबेपुर के पास से पकड़ा गया है. इसके साथ ही पुलिस ने सभी माल बरामद करने का दावा भी किया है.
बता दें कि, बीते 28 अगस्त को कोतवाली नगर के चौक ठठेरी बाजार में दिनदहाड़े आभूषण व्यवसाई से करोड़ों के जेवरात गन प्वाइंट पर लूट कर पांच बदमाश फरार हो गए थे. जिसका सीसीटीवी वीडियो भी सामने आया था. इस केस के खुलासे के लिए एसटीएफ सहित सात टीमें लगाई गई. वारदात का मास्टरमाइंड अमेठी के बदमाश विपिन सिंह ने अगले दिन रायबरेली कोर्ट में सरेंडर कर दिया था.
सुल्तानपुर डकैती कांड में बड़ा खुलासा (Video Credit; ETV Bharat) इसके बाद कोतवाली पुलिस और एसओजी टीम ने दो सितंबर को पुष्पेंद्र सिंह, सचिन सिंह और त्रिभुवन को एनकाउंटर में पकड़ा था. इनके पास से पंद्रह किलो चांदी और 48 हजार रुपए बरामद हुए थे. पांच सितंबर को कोतवाली देहात के मिश्रपुर पुरैना के पास यूपी एसटीएफ ने एक लाख के इनामी जौनपुर के बदमाश मंगेश यादव को मुठभेड़ में मार गिराया था. उसके पास से पिस्टल और चांदी बरामद हुए थे.
पुलिस को बुधवार को मामले में बड़ी सफलता मिली है. विपिन की निशान देही पर विवेक सिंह, अरविंद यादव, दुर्गेश सिंह और विनय शुक्ल को गिरफ्तार किया गया. साथ ही सवा दो किलो सोना बरामद हुआ है. पकड़े गए आरोपियों में अमेठी के मोहनगंज थाना इलाके के भवानी नगर निवासी विवेक सिंह जो मास्टर माइंड विपिन का भाई है. उसके खिलाफ दिल्ली और हरियाणा में केस दर्ज है, जबकि आजमगढ़ के फूलपुर के चमराडीह के अरविन्द यादव पर 21 मामले और रायबरेली के नगर क्षेत्र के दुर्गेश सिंह पर एक मामला दर्ज है.
सुल्तानपुर के पुलिस कप्तान सोमेन बर्मा ने बताया कि, अब तक सवा दो किलो सोना, 20 किलो चांदी और 48 हजार रुपये कैश बरामद किया गया है. उनके अनुसार मास्टरमाइंड विपिन सिंह के घर मोहनगंज के भवानी नगर से एक किलो 218 ग्राम सोना बरामद हुआ है. वहीं इस कांड से जुड़े आरोपी मंगेश यादव के एनकाउंटर पर पूरे प्रदेश में बवाल मचा हुआ है. विपक्ष इसे फर्जी मुठभेड़ करार दे रहा है.
वहीं सुल्तानपुर के चर्चित मंगेश यादव एनकाउंटर केस में राज्य मानवाधिकार आयोग ने सुल्तानपुर जिला अधिकारी से जबाव मांगा है. आयोग ने डीएम को इस मामले की जांच कर 27 सितंबर तक रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है. फर्जी एनकाउंटर के आरोप वाले इस शिकायत के मामले की अगली सुनवाई राज्य मानवाधिकार आयोग में अब 30 सितंबर को होगी.
बता दें कि, मंगेश यादव एनकाउंटर के मामले को लेकर यूपी से लेकर दिल्ली तक सियासत हो रही है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव से लेकर राहुल गांधी तक इस मामले को लेकर यूपी सरकार और यूपी पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं. वहीं अब इस मामले को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकील गजेंद्र सिंह यादव ने राज्य मानवाधिकार आयोग से 5 सितंबर को शिकायत की है. अपनी शिकायत में उन्होंने मंगेश यादव के एनकाउंटर को फर्जी बताया है. इसके साथ ही वहां के सरकारी अमले पर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं.
रायबरेली में बालापुर के मकान नम्बर 404 में रची गई थी लूट की साजिश: बुधवार को सुल्तानपुर एसओजी ने रायबरेली के मिल एरिया थाना इलाके के आईटीआई स्थित बालापुर में 404 नम्बर के उस मकान की तलाशी ली. इसे बदमाशों ने कुछ हफ्ते पहले ही किराये पर लिया था. 28 अगस्त 2024 को सुल्तानपुर के ठठेरी बाजार में सर्राफा व्यवसाई से हुई लूट के दौरान तकरीबन पचास किलो चांदी और दो किलो सोना लूटा गया था. इस लूट कांड के मुख्य आरोपी विपिन सिंह से पूछताछ के बाद एसओजी की टीम ने आईटीआई स्थित घर की तलाशी ली. बताया जा रहा है कि यहां लूट कांड की योजना बनाई गई थी और लूट का माल भी यहीं बांटा गया था.
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