गिरिडीह: सीसीएल गिरिडीह कोलियरी के ओपेनकास्ट माइंस से कोयला का उत्पादन जल्द ही आरंभ होने की संभावना बढ़ गई है. माइंस को पर्यावरण मंजूरी मिल चुकी है. अब सीटीई (कंसर्ट टू स्टेब्लिश) और सीटीओ (कंसर्ट टू ऑपरेट) का इंतजार है. इन दोनों प्रमाण पत्र मिलते ही माइंस से उत्पादन शुरू हो जाएगा.
माइंस को जल्द से जल्द आरंभ करने के प्रयास में प्रबंधन के अलावा मंत्री सह गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार, गांडेय विधायक कल्पना मुर्मू सोरेन जुटे हुए हैं. इसे लेकर सीसीएल के जीएम बासब चौधरी, परियोजना पदाधिकारी गोपाल सिंह मीणा, पदाधिकारी अनिल पासवान, शम्मी कपूर और राजवर्धन कुमार ने मंत्री से मुलाकात की. इस दौरान मंत्री ने पूरा सहयोग करने तथा जल्द से जल्द सभी प्रमाण पत्र जारी करवाने का भरोसा दिलवाया है, ताकि चंद दिनों में माइंस से कोयला का उत्पादन शुरू हो सके.
इसी अहर्ता और यहां से गई रिपोर्ट के आधार पर पर्यावरण मंजूरी मिल गई है. अब दो और प्रमाण पत्र का इंतजार है, सीटीई और सीटीओ. मंत्री ने कहा कि पूरी उम्मीद है फरवरी में दोनों प्रमाण पत्र मिल जाएगा. जिससे फरवरी माह से ही उत्पादन शुरू हो सके. बता दें कि जनवरी 2022 से यह माइंस बंद पड़ा है. उत्पादन बंद रहने से करोड़ों का कारोबार ठप रहा, तो कई मजदूर पलायन कर गए. अब माइंस के फिर से शुरू होने के आसार बढ़ गए हैं. ऐसे में लोगों में खुशी देखी जा रही है.