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मेकअप करने के बाद ही क्लास में जाएं महिला टीचर, संचालक का बेतुका फरमान - Female Teacher Accused On Director - FEMALE TEACHER ACCUSED ON DIRECTOR

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के सरोजिनी नायडू कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल की महिला शिक्षिकाओं ने संचालक पर कई आरोप लगाए हैं. महिलाओं ने 6 पेज की शिकायत कॉपी लोक शिक्षण संचालनालय को भेजी है. जिसमें सबसे प्रमुख आरोप है कि डायरेक्टर महिला टीचरों को मेकअप करने के लिए कहते हैं.

FEMALE TEACHER ACCUSED ON DIRECTOR
मेकअप करने के बाद ही क्लास में जाएं महिला टीचर (Getty Image)

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Sep 11, 2024, 9:51 PM IST

Updated : Sep 11, 2024, 9:59 PM IST

भोपाल: राजधानी के एक सरकारी स्कूल में पढ़ाने वाली शिक्षिकाएं राज्य ओपन स्कूल के संचालक पीआर तिवारी के खिलाफ लामबंद हो गई हैं. उन्होंने तिवारी के खिलाफ लोक शिक्षण संचालनालय की आयुक्त शिल्पा गुप्ता से 6 पेज की शिकायत की है. शिक्षिकाओं ने संचालक पर गंभीर आरोप लगाए हैं. शिकायती आवेदन में लिखा है कि 'संचालक तिवारी ने आदेश दिया है कि सभी शिक्षिकाएं स्कूल टिप-टाप होकर आएं. स्कूल की ब्यूटी लैब में मेकअप करने के बाद ही कक्षाओं में पढ़ाने जाएं. शिक्षिकाओं ने यह भी आरोप लगाया है कि संचालक तिवारी उनकी वेशभूषा को लेकर भी टिप्पणी करते हैं.'

डायरेक्टर के खिलाफ महिला टीचरों का आरोप (ETV Bharat)

शिक्षिकाओं को नजीराबाद ट्रांसफर करने की धमकी

बता दें कि राजधानी के सरोजिनी नायडू कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल राज्य ओपन मुक्त परिषद द्वारा संचालित किया जाता है. अब राज्य ओपन के संचालक द्वारा किए जा रहे व्यवहार से शिक्षिकाएं भी संचालक के खिलाफ सामूहिक रूप विरोध में आ गई हैं. स्कूल के लेटरपेड पर स्कूल शिक्षिकाओं ने सामूहिक रुप से लोक शिक्षण संचालनालय आयुक्त से शिकायत की है. शिकायत में कहा गया है कि राज्य ओपन के संचालक पीआर तिवारी द्वारा मीटिंग ली जाती है. उसमें शिक्षकों की नैतिक समस्याओं को नहीं सुनकर उन्हें धमकाया जाता है और उन्हें जलील किया जाता है. नजीराबाद ट्रांसफर करने की धमकी दी जाती है.

डायरेक्टर के खिलाफ महिला टीचरों का आरोप (ETV Bharat)

संस्था की प्रमिला पयामी (उद्देेशिका) को चिकित्सा अवकाश मेडिकल बोर्ड द्वारा स्वीकृत होने के बाद भी संचालक महोदय द्वारा 15 दिन का वेतन काट दिया गया था. उस शिक्षक को इतना प्रताड़ित किया गया कि वह आज गंभीर बीमारी से पीड़ित है, जिससे उनका पूरा परिवार परेशान है.

स्कूल अधिग्रहण के नाम पर एनजीओ को दिया हाल

स्कूल राज्य ओपन बोर्ड के संचालक द्वारा पिछले 7-8 सालों से विद्यालय का अधिग्रहण शुरू हुआ था, लेकिन वह काम आज तक पूरा नहीं हो पाया. स्कूल में दो बड़े हॉल हैं, जिसमें एक टीचर स्टाफ रूम भी था. उसका भी अधिग्रहण कर लिया गया. स्कूल स्थित लाइब्रेरी में एक्स्ट्रा चाइल्ड हुड नाम की एक एनजीओ मीडिया सेंटर के नाम से संचालित है. अब शाला में पुस्तकालय समाप्त हो गया और छात्राएं इसके लाभ से वंचित हैं. स्कूल का बड़ा सभागृह (हॉल) भी संस्कृत विद्यालय के अरुण-उदय नाम से अधिग्रहण कर लिया गया है, लेकिन उसमें दो सालों में एक भी विद्यार्थी का प्रवेश नहीं हुआ है. इस सभागृह में शाला की विभिन्न प्रकार की गतिविधियों होती थीं, जो अब बंद हैं.

विद्यार्थियों का खेल मैदान खत्म करने की तैयारी

स्कूल के खेल का मैदान व प्राइमरी एवं माध्यमिक विभाग को तोड़कर ऑडिटोरियम बनाने की प्लानिंग डायरेक्ट द्वारा कर ली गई है. ओपन स्कूल द्वारा संचालित समस्त परीक्षाओं का संकलन, वितरण एवं मूल्यांकन का कार्य विद्यालय में ही कराए जा रहे हैं, जिसके कारण अवांछनीय तत्वों का अनावश्यक रूप से विद्यालय में आना जाना लगा रहता है. इसके कारण छात्राओं को विभिन्न प्रकार की असुविधाओं का सामना नित प्रतिदिन करना पड़ता है. जब इस सबंध में राज्य आपेन स्कूल के संचालक पीआर तिवारी से उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन नहीं उठाया.

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सरोजनी नायूड का नहीं होने दिया पीएमश्री में चयन

शिक्षिकाओं का आरोपहै कि 'स्कूल को पीएम श्री चयन प्रक्रिया में 100/100 अंक प्राप्त हुए थे, लेकिन संचालक ओपन स्कूल के हस्तक्षेप के कारण आज विद्यालय समस्त चयन बिंदुओं को पूर्ण करने के पश्चात भी आज पीएमश्री से वंचित है. संचालक द्वारा किए गये नवीन कमरों के निर्माण, पूर्व निर्मित छात्राओं के शौचालयों को तोड़ दिए गए हैं और संचालक महोदय को बार-बार इस समस्या से अवगत कराया जा रहा था, लेकिन आज दिनांक तक शौचालयों का निर्माण नहीं हुआ है. इसके चलते छात्राओं को असुविधाओ का सामना करना पड़ता है.

Last Updated : Sep 11, 2024, 9:59 PM IST

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