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सरकारी स्कूलों में छुट्टियों में मिड-डे मील फर्जीवाड़ा, दिल्ली से फटकार के बाद अधिकारियों की खुली नींद - Mid Day Meal Fraud in MP

एमपी के सरकारी स्कूलों में 1 मई से 15 जून तक ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित है. बच्चे स्कूल नहीं पहुंच रहे हैं लेकिन स्कूलों में मिड-डे मील बंट रहा है. बच्चों के स्कूलों में मध्यान्ह भोजन करने का डेटा प्रतिदिन पोर्टल पर दर्ज हो रहा है. दिल्ली से फटकार के बाद एमपी के अधिकारियों की नींद खुल गई है.

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : May 25, 2024, 6:10 PM IST

MID DAY MEAL DISTRIBUTE HOLIDAYS
सरकारी स्कूलों में छुट्टियों में मिड-डे मील फर्जीवाड़ा (ETV Bharat)

भोपाल। मध्य प्रदेश में 1 मई से 15 जून 2024 तक सरकारी स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित है. इस दौरान बच्चे भले ही स्कूल नहीं पहुंच रहे हैं और स्कूलों में मिड-डे मील भी नहीं बांटा जा रहा है, लेकिन अधिकारी कागजों में अभी भी मिड-डे मील बंटने का दावा कर रहे हैं. इसका डाटा भी मध्यान्ह भोजन के पोर्टल पर प्रतिदिन दर्ज किया जा रहा है.

केंद्र ने पकड़ी गलती, जांच के निर्देश

बता दें कि प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण कार्यक्रम के ऑटोमेटेड मॉनिटरिंग सिस्टम पोर्टल के जरिए मिड-डे मील की ऑनलाइन निगरानी की जाती है. इसी पोर्टल के जरिए केंद्र के अधिकारियों ने मिड-डे मील में हो रही अनियमितता को पकड़ा है. साथ ही पीएम पोषण शक्ति निर्माण कार्यक्रम के राज्य समन्वयक को पत्र लिखकर इस मामले की जांच कराने के निर्देश दिए हैं.

23 जिलों के 49 हजार से अधिक स्कूलों में गड़बड़ी

केंद्र से पत्र मिलने के बाद पीएम पोषण शक्ति निर्माण कार्यक्रम के राज्य समन्वयक मनोज पुष्प ने 23 जिलों के जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को पत्र लिखा है. इसमें कहा गया है कि 1 मई 2024 से 15 जून 2024 तक ग्रीष्म कालीन अवकाश घोषित है. इस अवधि में पीएम पोषण का वितरण नहीं किया जाना है. इसके बावजूद शाला प्रभारियों द्वारा अवकाश अवधि में भी मध्यान्ह भोजन वितरण की रिपोर्टिंग एएमएस पोर्टल पर दर्ज की जा रही है, जो कि गलत है.

सरकारी स्कूलों में छुट्टियों में मिड-डे मील फर्जीवाड़ा (ETV Bharat)
दिल्ली से फटकार के बाद अधिकारियों ने जिलों से मंगवाई जानकारी (ETV Bharat)

शाला प्रभारियों के खिलाफ होगी कार्रवाई

मनोज पुष्प ने जिला पंचायत के सीईओ को लिखे लेटर में बताया कि ग्रीष्म कालीन अवकाश के दौरान बंद स्कूलों में मिड-डे मील का ब्योरा पोर्टल में अपलोड करने पर भारत सरकार ने अप्रसन्नता जताई है. साथ ही पोर्टल पर गलत रिपोर्टिंग करने वाले शाला प्रभारियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करते हुए, इसकी जानकारी परिषद को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं.

इन 23 जिलों के बंद स्कूलों में बंट रहा मध्यान्ह भोजन

बता दें कि सरकारी स्कूलों में पहली से आठवीं तक के बच्चों के लिए स्कूल में मध्यान्ह भोजन की व्यवस्था की गई है. केंद्र ने जिन जिलों के स्कूलों में छुट्टियों में मिड-डे मील बांटने की शिकायत की है, उनमें बड़वानी, सतना, रायसेन, भिंड, गुना, जबलपुर, आगर-मालवा, दमोह, झाबुआ, मंडला, मंदसौर, बालाघाट, बैतूल, भोपाल, डिंडौरी, नरसिंहपुर, रतलाम, सागर, सिवनी, शहडोल, श्योपुर, शिवपुरी और टीकमगढ़ जिले शामिल हैं.

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'सभी जिला पंचायत सीईओ से मंगाई जानकारी'

"ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान मिड-डे मील का वितरण नहीं किया जाता है. इसके बावजूद पोर्टल पर इसकी जानकारी अपलोड की जा रही है. इस संबंध में ऐसे सभी जिला पंचायत सीईओ को पत्र लिखा है."- मनोज पुष्प, राज्य समन्वयक, पीएम पोषण शक्ति निर्माण कार्यक्रम एमपी

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