भोपाल: राजधानी भोपाल में सोमवार को सभी स्वास्थ्य अधिकारी-कर्मचारी महासंघ के आव्हान पर 15 सूत्रीय मांगों को लेकर स्वास्थ्य कर्मियों ने प्रदर्शन किया. इस दौरान कर्मचारियों ने बटेंगे तो कटेंगे और एक हैं तो सेफ हैं, के नारे लगाए. बता दें कि स्वास्थ्यकर्मी 11 नवंबर से प्रदेश में चरणबद्ध आंदोलन कर रहे हैं. सोमवार को राजधानी के अंबेडकर मैदान से स्वास्थ्य कर्मचारियों ने मांग पूरी न होने पर आंदोलन करने की हुंकार भरी.
एक हैं तो सेफ हैं
अंबेडकर मैदान में प्रदर्शन के दौरान कर्मचारियों को संबोधित करते हुए एनएचएम संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ सिवनी के जिला अध्यक्ष धीरज पाल ने कहा कि 'मंहगाई को थोड़ा और चरम पर पहुंचने दीजिए. यह तनख्वाह घर चलाने के लिए नाकाफी होगी. यदि आज भी हमारे साथी नहीं जागते हैं, अगर हम एक नहीं होते हैं, तो बिल्कुल सेफ नहीं रहेंगे. यह बात मान लीजिए. धीरज पाल ने आगे कहा कि इतना बड़ा आदमी इतनी बड़ी बात हमें समझा रहा है कि हम बटेंगे तो कटेंगे, एक रहेंगे तो सेफ रहें. फिर भी हम समझ नहीं रहे हैं.'
ये हैं संगठन की मुख्य मांगें
संविदा नीति 2023 एनएचएम पूर्ण रूप से लागू की जाए. जिससे संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को उसका लाभ मिले. संविदा स्वास्थ्य संवर्ग की वेतन विसंगति दूर की जाए.
नर्सेस पर हड़ताल अवधि में की गई कार्रवाई को निरस्त किया जाय. एएनएम/एम पी डबल्यू की हड़ताल अवधि 23 दिवस का वेतन भुगतान किया जाए.
स्वास्थ्य विभाग की भांति ग्वालियर, रीवा मेडिकल कॉलेज दी जा रही, उसी प्रकार अन्य सभी मेडिकल कॉलेज में भी नर्सिंग संवर्ग को 3 व 4 वेतनवृद्धि दी जाए.
जब तक प्रमोशन नहीं होते तब तक वरीयता के आधार पर प्रभार दिया जाए.