भोपाल:नियमितीकरण समेत अन्य लंबित मांगों को लेकर मंगलवार को राजधानी में 8 हजार से अधिक अतिथि शिक्षक एकजुट हुए. इस दौरान भोपाल के अंबेडकर मैदान में विशाल सभा का आयोजन किया गया था. इसके बाद अतिथि शिक्षकों ने सीएम हाउस का घेराव करने के लिए श्यामला हिल्स तक तिरंगा यात्रा निकालने का ऐलान किया, लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने सभी अतिथि शिक्षकों को रास्ते में ही रोक दिया.
प्रदर्शन के दौरान एक अतिथि शिक्षकों की बिगड़ी तबीयत
लंबित मांगे पूरी नहीं होने से नाराज अतिथि शिक्षक सुबह से ही अंबेडकर मैदान में इकठ्ठा होना शरु हो गए थे. करीब 3 बजे तक प्रदर्शन ने उग्र रुप ले लिया था. आक्रोशित शिक्षक सीएम को ज्ञापन देने पर अड़े थे. इसके लिए उन्होंने सीएम हाउस की तरफ कूच करना शुरू कर दिया. इस दौरान पुलिस को सख्ती से निपटना पड़ा. अतिथि शिक्षकों का आरोप है कि प्रदर्शन को शांत कराने के लिए पुलिस द्वारा लाठी चार्ज भी किया गया. इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिला अतिथि शिक्षक भी शामिल हुईं थी. प्रदर्शन के दौरान शुजालपुर से आई एक महिला शिक्षक की तबीयत बिगड़ गई. जिसके बाद उसे जयप्रकाश अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहीं एक अतिथि शिक्षक मौके पर ही बेहोश हो गए.
11 सितंबर को शिक्षा मंत्री से मिलेगा प्रतिनिधि मंडल
मंगलवार को प्रदर्शन के दौरान अतिथि शिक्षक स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह से भी मुलाकात करना चाहते थे. उनके बंगले पर भी गए, लेकिन मुलाकात नहीं हो सकी. अब बुधवार को अतिथि शिक्षकों का एक प्रतिनिध मंडल शिक्षा मंत्री से मुलाकात करने जाएगा. अतिथि शिक्षकों का आरोप है कि 'डीपीआई 2 महीने बाद भी नियुक्ति से संबंधित विसंगतियों को दूर नहीं कर पा रहा है. जिसके कारण 9 बार अतिथि शिक्षक का आदेश निकालकर तारीख बढ़ाई गई है.'
उमंग सिंघार लड़ेंगे अतिथि शिक्षकों की लड़ाई
अतिथि शिक्षकों के आंदोलन पर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि 'मेरा अतिथि शिक्षकों को पूरा समर्थन है. आप डरिए मत, लड़ते रहिए. आपकी लड़ाई मैं हर स्तर पर लड़ रहा हूं. सरकार अतिथि शिक्षकों से किया वादा भूल गई है. उमंग सिंघार ने कहा कि शिवराज सरकार ने इन्हें नियमित करने का वादा किया था. जो अब तक पूरा नहीं हुआ. मैं अतिथि शिक्षकों के साथ हूं. उन्होंने सीएम मोहन यादव से अतिथि शिक्षकों को लेकर किए गए वादे को पूरा करने की मांग की है.'