दुर्ग/रायपुर: मोदी सरकार की तरफ से पूरे देश में अमृत भारत स्टेशन योजना को चलाया जा रहा है. इसका असर छत्तीसगढ़ में भी दिख रहा है. प्रदेश के 136 साल पुराने भिलाई रेलवे स्टेशन का कायाकल्प इस योजना के जरिए किया गया है. इस योजना के तहत दुर्ग जिले में 1888 में बने भिलाई रेलवे स्टेशन का जीर्णोद्धार किया गया है. स्टेशन में अब साफ-सफाई में सुधार और एसी वेटिंग हॉल जैसी सुविधाएं हैं, जिनका उद्देश्य यात्रियों की सुविधा बढ़ाना है.
भिलाई रेलवे स्टेशन की खूबसूरती बढ़ी: इस योजना के तहत भिलाई रेलवे स्टेशन की खूबसूरती बढ़ी है. भिलाई स्टेशन के बाहर एक डमी इंजन भी लगाया गया है. जिससे इसकी खूबसूरती में चार चांद लगें हैं. इसके अलावा टिकट काउंटर के पास एक डिस्प्ले बोर्ड को इंस्टॉल किया गया है. जिसमें साल 1888 में इसकी स्थापना के बाद से ऐतिहासिक स्टेशन में किए गए बदलावों को दर्शाया गया है. इससे यात्रियों को स्टेशन के ऐतिहासिक महत्व के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी मुहैया होती है.
भिलाई रेलवे स्टेशन के दो रास्ते हैं, एक नेशनल हाईवे की ओर जाने वाली सड़क से आने जाने का रास्ता है. इसके अलावा दूसरा रेलवे कॉलोनी की ओर से आने जाने का रास्ता है. स्टेशन से आने वाली सड़क पर पार्किंग के उचित इंतजाम किए गए हैं. पूरे स्टेशन को विकसित कर दिया गया है. रेल यात्रियों को आगमन करने पर भव्यता का अनुभव होता है. रेलवे स्टेशन की प्रकाश व्यवस्था में भी सुधार हुआ है.-संजीव कुमार, डिविजनल रेलवे मैनेजर, रायपुर
भिलाई रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओं का विकास: भिलाई रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओं का तेजी से विकास हुआ है. भिलाई रेलवे स्टेशन की छत को ऊपर उठाया गया है. टिकट खरीद और ट्रेन की जानकारी के लिए ई-एटीएम मशीन जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है. स्टेशन पर कई और तरह के विकास कार्य भी किए गए हैं. एसी और नॉन एसी वेटिंग हॉल बनाए गए हैं. यात्रियों को बारिश और धूप से बचाने के लिए नए प्लेटफार्मों पर कवर्ड शेड लगाए गए हैं. स्टेशन के दोनों गेटों को नया रूप दिया गया है. रेलवे स्टेशन के सौंदर्य में सुधार हुआ है.