जयपुर :एसआई भर्ती परीक्षा 2021 में फर्जीवाड़े को लेकर एक तरफ एसओजी जांच को आगे बढ़ाते हुए एक के बाद एक खुलासे कर रही है तो दूसरी ओर भर्ती परीक्षा को ही रद्द करने की मांग उठ रही है. वहीं, कैबिनेट मंत्री किरोड़ीलाल मीणा के साथ ही बड़ी संख्या में बेरोजगार युवा भी इस भर्ती में फर्जीवाड़े का आरोप लगाते हुए परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे हैं. परीक्षा को लेकर उठ रहे सवालों के बीच भजनलाल सरकार ने परीक्षा रद्द करें या नहीं, इस पर मंथन शुरू कर दिया है. संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल की अध्यक्षता वाली मंत्रिमंडलीय समिति ने पहली बैठक की. इस बैठक में भर्ती परीक्षा की जांच कर रहे एसओजी के अधिकारियों से भी फीडबैक लिया गया. अब अगली बैठक 10 अक्टूबर को होगी.
जोगाराम पटेल ने परीक्षा रद्द के करने के सवाल पर कहा कि पूर्ववर्ती सरकार का कलंकित करने वाला काल रहा. भर्ती रद्द करें या नहीं इस पर सभी फीडबैक पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं. जांच एजेंसियों और अन्य फीडबैक के आधार पर जल्द ही रिपोर्ट तैयार करके सुझाव मुख्यमंत्री को देंगे. फिलहाल जांच हो रही है तो कांग्रेस के पेट में मरोड़े पड़ रहे हैं.
मंत्री जोगाराम पटेल (ETV BHARAT JAIPUR) इसे भी पढ़ें -एसआई भर्ती का भविष्य तय करेगी मंत्रियों की यह कमेटी, भजन लाल सरकार ने बनाई मंत्रिमंडल समिति - Cabinet Committee On SI Exam
कलंकित करने वाला काल :कमेटी के संयोजक मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि परीक्षा रद्द करने को लेकर जांच एजेंसियों और अन्य फीडबैक के आधार पर फैसला लिया जाएगा. कमेटी सभी पहलुओं पर चर्चा कर रही है. एसआई भर्ती प्रकरण को लेकर कमेटी की पहली बैठक संपन्न हुई है. पूर्ववर्ती सरकार का बहुत ही कलंकित करने वाला काल रहा. डमी कैंडिडेट भर्ती परीक्षाओं में बैठना, आरपीएससी सदस्य की संलिप्तता पाया जाना, आरपीएससी की साख पर धब्बा लगा लगाने वाला था.
हमारी सरकार ने एसआईटी गठित कर जांच शुरू की है. परीक्षा रद्द करने या न करने को लेकर विचार आए हैं. मंत्रियों की बैठक में कई तथ्यों की जानकारी हुई और कइयों की जानकारी करनी अभी बाकी है. 10 अक्टूबर को फिर से बैठक होनी है. बैठक में सभी बिंदुओं पर चर्चा करने के बाद कमेटी अपनी रिपोर्ट तैयार करके मुख्यमंत्री को सौंप देगी. अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को लेना है. पहली बैठक में जांच एजेंसी एसओजी ने तथ्यात्मक विवरण रखा. अगली बैठक में और विस्तार से चर्चा होगी.
कांग्रेस के पेट में मरोड़ : जोगारम पटेल ने कहा कि जब भजनलाल सरकार ने इनके काले कारनामों की पट्टी खोलनी शुरू की तो कांग्रेसी नेताओं के पेट मे मरोड़ पड़ने लगे. यही वजह है कि वो अनर्गल बयान दे रहे हैं. खैर, इंतजार कीजिए अभी और भी मगरमच्छ पकड़े जाएंगे. अब तक सौ से ज्यादा आरोपियों को पकड़ा जा चुका है. कांग्रेस के दिमाग में यह भी है कि उनके समय की परीक्षा में पेपर लीक हुए हैं. कई तरीके से पेपर में धांधली हुई है. एसआई भर्ती के तार पूर्व सीएम से जुड़े होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि एजेंसी जांच कर रही है. जांच पूरी होने दीजिए किसी को छोड़ा नहीं जाएगा.
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गहलोत पर साधा निशाना :आगे उन्होंने पूर्व सीएम अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके ही ओएसडी ने प्रमाण सहित कहा था कि पूर्व डिप्टी सीएम सहित कई साथियों के फोन टेप कराए गए. इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि इनकी कथनी और करनी में कितना अंतर है. बैठक में मंत्री जोगाराम पटेल के साथ मंत्री जवाहर सिंह बेढम, मंत्री बाबूलाल खराड़ी, मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर, मंत्री डॉ. मंजू बाघमार, गृह शासन सचिव आनंद कुमार, डीजीपी यूआर साहू और एडीजी एसओजी वीके सिंह मौजूद रहे.
एसओजी कर रही जांच :बता दें कि एसआई भर्ती परीक्षा का आयोजन 13-15 सितंबर 2021 को हुआ था. उस समय बाबूलाल कटारा और रामू राम राईका दोनों आरपीएससी के सदस्य थे. शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले का खुलासा करते हुए एसओजी ने पहले बाबूलाल कटारा को गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया. उसके बाद पड़ताल में सामने आया कि बाबूलाल कटारा ने ही शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर अनिल उर्फ शेरसिंह मीणा को दिए थे.
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अब उसके तार एसआई भर्ती परीक्षा से भी जुड़ते दिख रहे हैं. ऐसे में सभी की नजर एसओजी के नए खुलासे पर है. इस साल मार्च में एसओजी ने एसआई भर्ती केस में पेपर लीक का खुलासा करते हुए सबसे पहले 14 ट्रेनी एसआई को गिरफ्तार किया था. उसके बाद से अब तक एसआई भर्ती पेपर लीक मामले में एसओजी ने 100 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनमें 42 ट्रेनी एसआई हैं, जिन्होंने लीक पर्चा पढ़कर परीक्षा पास की थी या फिर अपनी जगह डमी अभ्यर्थी बैठाकर परीक्षा पास की थी. जबकि पेपर लीक गिरोह से जुड़े 28 लोगों को भी एसओजी ने दबोचा है. इनमें आरपीएससी के दो पूर्व सदस्य भी शामिल हैं.