जयपुर : हेरिटेज नगर निगम मेयर मुनेश गुर्जर प्रकरण में राज्य सरकार आज बड़ा फैसला ले सकती है. विभागीय जांच रिपोर्ट मिलने के बाद महापौर पर निलंबन कार्रवाई हो सकती है. इससे पहले मंगलवार को मुनेश गुर्जर ने स्थानीय निकाय विभाग की ओर से भेजे गए नोटिस का जवाब देते हुए कार्रवाई को राजनीतिक द्वेष बताते हुए खुद की भ्रष्टाचार में कोई भूमिका नहीं होने की बात कही.
यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा फिलहाल पाली में हैं और दोपहर करीब ढाई बजे जयपुर पहुंचेंगे. इससे पहले उन्होंने अधिकारियों को मेयर मुनेश गुर्जर प्रकरण की जांच रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए हैं. साथ ही शाम तक मामले में फैसला लेने की बात कही है. एसीबी ट्रैप मामले में विभागीय जांच क्षेत्रीय उपनिदेशक विनोद पुरोहित कर रहे हैं, जिन्हें मंगलवार को ही मुनेश गुर्जर ने अपना जवाब पेश किया था. इसमें उन्होंने इस कार्रवाई को राजनीतिक द्वेषता से परिपूर्ण बताते हुए शिकायत भी इसी आधार पर करने की बात लिखी.
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साथ ही भ्रष्टाचार के किसी भी मामले में अपनी भूमिका को सिरे से खारिज कर दिया. इससे पहले जांचकर्ता के पास एसीबी और निगम आयुक्त से भी रिपोर्ट पहुंच चुकी है. उन्होंने पूछा था कि इस मामले में कोई नए तथ्य हो तो उन्हें भेजा जाए, ताकि उसे भी जांच में शामिल किया जा सके.
आपको बता दें कि स्थानीय निकाय विभाग ने 11 सितंबर को नोटिस जारी कर 3 दिन में जवाब मांगा था. हालांकि, इस बीच चार दिन के राजकीय अवकाश होने के चलते मुनेश गुर्जर ने मंगलवार को अपना जवाब सौंपा. वहीं, मुनेश गुर्जर की ओर से पट्टे के बदले रिश्वत के मामले में दर्ज एफआईआर को भी हाईकोर्ट में चैलेंज किया है. उधर, महापौर मुनेश गुर्जर के साथ उपमहापौर असलम फारूकी और अन्य पार्षदों के खिलाफ जून 2023 में माणक चौक थाने में दर्ज हुए मामले की भी जांच की जा रही है. इस मामले में अभी कुछ लोगों के बयान होने बाकी हैं.