हजारीबाग:झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग के दौरान हजारीबाग से एक सुखद तस्वीर सामने आई है. जिससे पता चलता है कि मतदाता अपने मताधिकार के प्रयोग के प्रति कितने जागरूक बन गए हैं. यह स्वस्थ और मजबूत लोकतंत्र के लिए भी अच्छा है. ईटीवी भारत एक ऐसे परिवार से मिलाने जा रहा है जो बेंगलुरु और रांची में रहता है, लेकिन सिर्फ मतदान करने के लिए हजारीबाग पहुंचा है.
हजारीबाग में पहले चरण का मतदान चल रहा है . जैसे-जैसे दिन ढल रहा है मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की भीड़ बढ़ती जा रही है. इन सबसे अलग बेंगलुरु और रांची से एक परिवार मतदान करने के लिए हजारीबाग पहुंचा है. दरअसल, रविकांत फाइनेंशियल एडवाइजर हैं और बेंगलुरु में काम करते हैं. अपना वोट डालने के लिए वह खास तौर पर हजारीबाग पहुंचे हैं. उन्होंने अपनी मां, पिता और भाई के साथ हजारीबाग के बूथ संख्या 276 पहुंचकर मतदान किया.
मतदान करने के बाद उन्होंने बताया कि वह कल देर शाम ही बेंगलुरु से हजारीबाग पहुंचे हैं.उन्होंने अपना वोट डाल दिया है और अब फिर गुरुवार को बेंगलुरु के लिए रवाना हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र का यह पर्व पांच साल में एक बार आता है. इसलिए इसके महत्व को सभी को समझना चाहिए. उन्होंने विकास के मुद्दे पर वोट किया है.
वहीं रविकांत के छोटे भाई कुणाल झारखंड हाईकोर्ट में वकील हैं. उन्होंने बताया कि भाई बेंगलुरु से आया तो मुझे रांची से लेते हुए हजारीबाग आ गया. दोनों भाई अपने माता-पिता के साथ मतदान केंद्र में मतदान करने के लिए पहुंचे हैं. इन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति मतदान नहीं करता है तो यह एक बड़ा सामाजिक अपराध है. अपने मत का अधिकार सभी को समझना चाहिए. एक मत से कोई भी उम्मीदवार जीत सकता है. इस कारण मत बेहद खास है. इसी सोच के साथ हजारीबाग मतदान केंद्र के लिए पहुंचे हैं.
वहीं रविकांत और कुणाल की मां उषा शर्मा कहती हैं कि यह मेरे लिए बेहद फक्र की बात है कि मेरे दोनों बेटे अपना दायित्व पूरा करने के लिए हजारीबाग पहुंचे हैं. दोनों बेटे ने मतदान किया है. दोनों गुरुवार को लौट जाएंगे.