बस्तर:बस्तर लोकसभा सीट पर इस बार कांटे का मुकाबला होगा. बीजेपी ने जमीन कार्यकर्ता से नेता बने महेश कश्यप को मैदान में उतारा है. महेश कश्यप की आदिवासियों के बीच अच्छी पैठ रही है. कार्यकर्ता से नेता बनने तक का सफर तय करने वाले महेश कश्यप एक जुझारु नेता के तौर पर जाने जाते हैं. महेश कश्यप को काउंटर करने के लिए कांग्रेस ने भी अपना सबसे बड़ा दांव खेल दिया है. पार्टी आलाकमान ने यहां से कवासी लखमा को मैदान में उतारकर मुकाबले को रोचक बना दिया है. कवासी लखमा जमीन नेता होने के साथ साथ आदिवासियों के बीच भी अपनी अच्छी पकड़ रखते हैं.
आदिवासी वर्ग की संख्या अधिक:साल 1951 के पहले लोकसभा चुनाव से लेकर 1996 तक यह कांग्रेस की पारंपरिक सीट मानी जाती रही है. हालांकि साल 1996 में पहली बार यहां की जनता ने एक निर्दलीय उम्मीदवार को चुना. यह सीट 1998 से बीजेपी के पास है. पिछले दो दशक से लगातार कश्यप परिवार के लोग यहां से जीतते आ रहे हैं. यहां की कुल आबादी करीब 22 लाख है. यह आदिवासी बहुल है और यहां की करीब 65 फीसदी आबादी आदिवासियों की है. आठ विधानसभा सीटें इस सीट के अंतर्गत पड़ती है. इनमें बीजापुर और कोंटा विधानसभा सीट आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित है.
मूलभूत सुविधाओं से वंचित बस्तरवासी: अगर समस्याओं की बात करें तो इस क्षेत्र के लोगों को मूलभूत सुविधाओं की कमी है. सड़क, पानी, बिजली की समस्याएं यहां आम है. इसके अलावा कई क्षेत्र पहुंचविहीन है. लोगों तक शासकीय योजनाओं का लाभ पहुंचाना जनप्रतिनिधियों के लिए बड़ी चुनौती है, क्योंकि अधिकतर क्षेत्रों में नक्सलियों का दबदबा है. हालांकि अब पहले से कुछ सुधार हुआ है, लेकिन फिर भी बस्तर लोकसभा क्षेत्र का कई हिस्सा नक्सलियों का दंश झेल रहा है. यहां रहने वाले ग्रामीणों का जीवन जंगल पर ही आधारित है. इन लोगों के जीवन से विकास कोसों दूर है. शिक्षा तो दूर की बात है, इन्हें बिजली, सड़क और पेयजल के लिए भी काफी जद्दोजहद करना पड़ता है. हालांकि ये लोकतंत्र के महापर्व में अपना योगदान देते हैं.
एक नजर साल 1999 से 2009 के लोकसभा चुनाव पर:साल 1999 के लोकसभा चुनाव में बस्तर संसदीय क्षेत्र में कुल 954405 मतदाता थे. कुल वोटों की संख्या 356603 थी. इस सीट से बीजेपी नेता बलिराम कश्यप ने जीत दर्ज की. बलिराम कश्यप को कुल 155421 वोट मिले थे. वहीं, कांग्रेस के उम्मीदवार महेंद्र कर्मा को 134684 वोट मिले थे. वहीं, साल 2004 के लोकसभा चुनाव में बस्तर संसदीय क्षेत्र में कुल 1039442 मतदाता थे. इस सीट से एक बार फिर बीजेपी नेता बलिराम कश्यप ने जीत दर्ज की. उन्हें कुल 212893 वोट मिले थे. जबकि कांग्रेस उम्मीदवार महेंद्र कर्मा को हार का सामना करना पड़ा. साल 2009 के लोकसभा चुनाव में बस्तर संसदीय क्षेत्र में कुल 1193116 वोटरों ने अपने मत का प्रयोग किया था. इस सीट पर इस बार भी बीजेपी उम्मीदवार बलिराम कश्यप को 249373 वोटों से जीत हासिल हुई. वहीं, कांग्रेस के शंकर सोढी को हार का सामना करना पड़ा.