धमतरी : जिले के सरकारी श्रवण बाधित स्कूल में पढ़ने वाली एक छात्रा के बीमार पड़ने से स्कूल प्रबंधन पर सवाल खड़े हो गए हैं. मूक बधिर छात्रा के पिता ने स्कूल में ठीक से खाना नहीं देने के गंभीर आरोप लगाए हैं. वहीं, स्कूल अधीक्षिका ने रोजाना बच्चों को पोषक आहार देने का दावा किया है.
दिव्यांग छात्रा के बीमार पड़ने पर उठे सवाल : धमतरी स्थित श्रवण बाधित स्कूल में पढ़ने वाली 10वीं की छात्रा अंचला भारती को खून की कमी और कमजोरी की शिकायत थी. इस वजह से उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल धमतरी में भर्ती कराना पड़ा है. अस्पताल में छात्रा का इलाज जारी है और उसे खून दिया जा रहा है. इस संबंध में छात्रा ने इशारे में और उसके पिता ने कहा है कि स्कूल में अगर ठीक से खाना दिया जाता तो उसकी बेटी इतनी कमजोर नहीं होती. छात्रा के बीमार पड़ने के बाद स्कूल प्रबंधन पर सवाल उठ रहे हैं.
बच्ची को खून की कमी की वजह से भर्ती किया हूं. डॉक्टरों ने कोई बीमारी नहीं होने, केवल कमजोरी की वजह से बीमार होने की बात कही है. मुझे लगता है, खान पान में कमी की वजह से ही बच्ची बीमार हुई है. बच्चों को ठीक से टाइम पर खाना देनी चाहिए : धर्मेंद्र कुमार भारती, छात्रा के पिता
बीमार बच्ची के पिता के आरोपों को नकारा : बीमार छात्रा के मामले में स्कूल प्रबंधन ने बीमार बच्ची के पिता के आरोपों को नकारा है. स्कूल अधीक्षिका उमा देवांगन ने कहा कि स्कूल को भोजन के लिए सरकार से हर साल 13 से 14 लाख रुपये मिलते हैं. इस रकम का पूरा उपयोग छात्राओं को पोषक भोजन देने में किया जाता है. अधीक्षिका ने स्कूल द्वारा तय सप्ताह भर के भोजन मेनू की जानकारी भी दी.
यहां बच्चियों के शिक्षा, भोजन और सुरक्षा का पूरा खयाल रखा जाता है. कमजोरी की वजह कुछ और हो सकती है. फिर भी बीमार छात्रा की हर संभव मदद की जाएगी : उमा देवांगन, अधीक्षिका, श्रवण बाधित शाला धमतरी
स्कूल प्रबंधन का कहना है कि बीमार छात्रा की हर संभव मदद की जाएगी. धमतरी का श्रवण बाधित स्कूल छात्रावास समाज कल्याण विभाग संचालित करता है. यहां पहली से लेकर 10वीं तक की कक्षाएं हैं. यहां स्कूल से लगा हुआ बालिका छात्रावास भी है. फिलहाल, यहां 97 छात्राएं रहकर पढ़ाई कर रही हैं.