बड़वानी:मध्य प्रदेश में भाजपा के संगठनात्मक तरीके से 60 जिले हैं. इस समय सभी जिलों के जिला अध्यक्ष चुनने की कवायद चल रही है. हालांकि इसकी घोषणा 9 दिन पहले हो जानी थी, लेकिन अभी तक अंतिम नामों पर मुहर नहीं लग पाई है. हर जिले में कई दावेदार होने से मामला अटक रहा है. बड़वानी में भी जिलाध्यक्ष पद के 15 दावेदार हैं. सभी दावेदार इस समय भोपाल से दिल्ली तक अपने नाम पर मुहर लगवाने के लिए दौड़ लगा रहे हैं. जानकारों के मुताबिक बुधवार शाम या रात तक जिलाध्यक्षों की घोषणा हो सकती है.
कार्यकर्ताओं को नए अध्यक्ष के नाम का इंतजार
बड़वानी से भाजपा जिलाध्यक्ष बनने के लिए 15 बीजेपी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने दावेदारी की थी. गत 26 दिसंबर को रायशुमारी के बाद सभी दावेदारों का नाम लिफाफों में बंद कर पार्टी आलाकमान को सौंप दिया गया था. संगठन जिलाध्यक्ष चयन से जिले में सामाजिक व राजनीतिक समीकरण भी साधने का प्रयास कर रहा है. इधर भाजपा कार्यकर्ता बेसब्री से नए अध्यक्ष के नाम का इंतजार कर रहे हैं.
भोपाल से लेकर दिल्ली तक दावेदारों का डेरा
दावेदार भी भोपाल व दिल्ली तक दौड़ लगा रहे हैं. इसके लिए प्रदेश अध्यक्ष सहित अन्य नेताओं से मुलाकात कर दावेदारी पेश करने में जुटे हैं. कई दावेदार दिल्ली व भोपाल में डेरा जमाए हुए हैं. बताया जा रहा है कि अब तक की कवायद में कुछ नाम दौड़ से बाहर हो गए हैं. अब सिर्फ पांच नामों पर चर्चा चल रही है, जिसमें मौजूदा जिलाध्यक्ष कमल नयन इंगले, हुकुम गुप्ता, अजय यादव, लोकेश शुक्ला, मोहन जोशी और अंजना शरद पटेल का नाम शामिल है.
स्थानीय नेताओं को भी साधने में जुटे दावेदार
जिलाध्यक्ष बनने की दौड़ में शामिल दावेदारों का जहां वरिष्ठ नेताओं से मेल-जोल का दौर तो जारी है. वहीं, कई अन्य दावेदारों को अपने पक्ष में लाने के प्रयास में भी जुटे हुए हैं. ताकि वे उनके पक्ष में समर्थन कर सके. संगठन भी स्थानीय नेताओं से सहमति ले रहा है. इससे दावेदार स्थानीय नेताओं व उनके समर्थकों को साधने में लगे हैं.
भाजपा जिलाध्यक्ष कमल नयन इंगले ने बताया कि "जिलाध्यक्ष पद पर उच्च स्तर से संगठन को निर्णय लेना है. जल्द घोषणा होगी. बचे हुए मंडल अध्यक्ष के लिए प्रदेश से अनुमति लेना पड़ेगी. 26 मंडल अध्यक्षों में से 21 मंडल अध्यक्ष घोषित हो गए हैं. जल्दी ही शेष मंडलों के अध्यक्षों की घोषणा होगी."