बलरामपुर: रामानुजगंज के रहने रहने वाले डॉ विकास अग्रवाल पेशे से डॉक्टर हैं, लेकिन साथ ही खेती-किसानी का भी शौक रखते हैं. अपने इसी शौक को पूरा करने के लिए लिए उन्होंने स्ट्रॉबेरी की खेती शुरु की और अब वे इससे लाखों रुपए कमाई कर रहे हैं. आधुनिक तरीके से बेहतर उत्पादन के लिए ड्रिप सिंचाई प्रणाली का उपयोग कर रहे हैं.
डॉक्टरी के पेशे के साथ कर रहे किसानी: डॉ विकास अग्रवाल रामानुजगंज में पांच एकड़ की जमीन पर स्ट्रॉबेरी की खेती कर रहे हैं. ट्रेडिशनल खेती से अलग बागवानी फसलों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उन्होंने ड्रिप सिंचाई प्रणाली का उपयोग किया, जो गेमचेंजर साबित हुई. इस तकनीक से खेती करने पर हर दिन लगभग 600 किलोग्राम स्ट्रॉबेरी का उत्पादन हो रहा है. बड़े शहरों में स्ट्रॉबेरी की डिमांड होने के कारण यहां से स्ट्रॉबेरी बड़े शहरों में सप्लाई किया जा रहा है. इस तरह स्ट्रॉबेरी की खेती से वे लाखों की कमाई कर रहे हैं.
"हर दिन लगभग 600 किलो स्ट्रॉबेरी का उत्पादन":डॉ विकास अग्रवाल ने बताया, "मैं पेशे से डॉक्टर हूं. लेकिन बचपन से ही मेरा रूझान खेती की तरफ था और अपने परिवार में भी यह देखता आया हूं. मैं डॉक्टरी के साथ ही खेती-किसानी भी कर रहा हूं. सितंबर महीने में हमने पौधे लगाए थे. अप्रैल के मध्य तक इसमें लगातार फल आएंगे. फिलहाल बाजार में 250-300 रूपए किलोग्राम के रेट से स्ट्रॉबेरी की बिक्री हो रही है."