रायपुर : छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव के लिए 11 फरवरी को वोटिंग है. इससे पहले सभी राजनीतिक दल पूरी ताकत के साथ जनसंपर्क अभियान और प्रचार प्रसार में जुट गए हैं. 9 फरवरी को नगरीय निकाय चुनाव का प्रचार थम जाएगा. ईटीवी भारत ने राजधानी रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर वार्ड क्रमांक 40 के वार्ड वासियों से बातचीत की. वार्ड के लोगों ने महापौर और पार्षद चुने जाने को लेकर अपनी उम्मीद और अपेक्षाओं को ईटीवी भारत से साझा किया .वार्ड के लोगों ने कहा कि बिजली पानी सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं के साथ ही वार्ड और शहर में प्लेग्राउंड लाइब्रेरी और सामुदायिक भवन जैसी सुविधाएं चाहते हैं.
योजनाओं का अच्छे से होना चाहिए संचालन : वार्डवासी दमयंती उपाध्याय ने बताया कि "चुनाव में लोगों को उम्मीद रहती है कि जो भी जनप्रतिनिधि चुनकर आए वह अच्छा हो. वार्ड के साथ ही शहर में लाइब्रेरी और वृक्षारोपण होना चाहिए. इसके साथ ही सेंट्रल गवर्नमेंट की जो योजनाएं होती हैं उनका भी संचालन होना चाहिए. उनका कहना है कि शहर में महापौर के रूप में बोल्ड लेडी होना चाहिए. बड़े शहर होने के कारण उसे प्रखरता के साथ चलाएं. महापौर जैसे काम करेंगे वैसे ही उसका नाम भी होगा. राजधानी रायपुर शहर में वर्तमान में सबसे बड़ी समस्या ट्रैफिक व्यवस्था है. इस पर गंभीरता से सुधार की जरूरत है."
साफ सफाई पर ध्यान देने वाला चाहिए पार्षद : वार्डवासी राकेश दुबे ने बताया कि हमारे वार्ड का पार्षद ऐसा होना चाहिए, जो वार्ड की साफ सफाई और दूसरी अन्य सुविधाओं का ध्यान रखने वाला होना चाहिए. शहर का महापौर ऐसा होना चाहिए जो रायपुर प्रदेश की राजधानी होने की वजह से इसका एरिया काफी बड़ा है. यातायात व्यवस्था के साथ ही बिजली पानी और सड़क जैसी सुविधा बेहतर ढंग से मिल सके. शहर के तमाम वार्डों में बच्चों की खेलने के लिए प्लेग्राउंड होना चाहिए. लाइब्रेरी होनी चाहिए. ताकि लोग वहां पर अपना समय व्यतीत कर सकें.
पिछला पार्षद ने नहीं दिया ध्यान : वार्डवासी सरिता तिवारी ने बताया कि पार्षद ऐसा होना चाहिए जो वार्ड के लोगों की समस्या को सुनने वाला होना चाहिए. पिछले 5 साल में हमने जिसको पार्षद बनाया था. वह केवल चुनाव के समय इस वार्ड में आई थी. उसके बाद इस वार्ड में दोबारा नजर नहीं आई. वार्ड में किसी प्रकार की कोई दिक्कत या समस्या होती है तो हमको जोन दफ्तर अपनी शिकायत लेकर जाना पड़ता है. नालियों में गंदगी का आलम है. पार्षद को मिलनसार होने के साथ ही अपनी जिम्मेदारियां का निर्वहन करने वाला होना चाहिए.
नेताओं को जिम्मेदारियों से निभाना चाहिए वादा : वार्डवासी गुणवंत शुक्ला का कहना है कि "पार्षद वार्ड लेबल पर अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करें और महापौर शहर के लेवल पर अपनी जिम्मेदारियां को बखूबी निभाए. पार्षद और महापौर की जिम्मेदारियां लगभग बराबर है, लेकिन एक पार्षद वार्ड की जिम्मेदारी संभालता है तो महापौर को पूरे शहर की जिम्मेदारी निभानी होती है. वार्डवासी ने बताया कि शहर में जो चीज है. उसी को इंप्लीमेंट किया जाए नया कुछ करने की जरूरत ही नहीं है."
वार्डवासी रमेंद्र तिवारी ने कहा कि "वार्ड में बिजली पानी और सड़क जैसी सुविधा उपलब्ध कराई जानी चाहिए. जिससे वार्डवासियों की समस्याओं का समाधान हो सके. वार्ड वासियों को महापौर से एक ही उम्मीद है कि शहर का समुचित रूप से विकास करें."
वार्डवासी पुष्पलता तिवारी ने बताया कि "जो भी वार्ड का पार्षद बनेगा उसे मिलनसार होना चाहिए. वार्डवासियों की समस्याओं को सुनने और समझने वाला होना चाहिए. इसके साथ ही वार्ड में बिजली पानी और सड़क जैसी समस्या को दूर करने में मदद करें. जन समस्या को सुनकर पार्षद उस समस्या का समाधान करें."