बालाघाट/दमोह।जिले के ग्राम पंचायत अमई से रोजगार सहायक को जबलपुर लोकायुक्त टीम ने 10 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया. प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत हितग्राही से जीओ टैग करने के बाद तीसरी किस्त के एवज में 10 हजार रुपये की डिमांड की गई थी. हितग्राही ने लोकायुक्त में इसकी शिकायत की. जनपद पंचायत खैरलांजी अतंर्गत ग्राम पंचायत चिखलाबांध में जयचंद बिसेन रोजगार सहायक के पद पर है. लोकायुक्त डीएसपी दिलीप झरबड़े के नेतृत्व में कार्रवाई की गई.
पीएम आवास के बदले मांगी 15 हजार रिश्वत
लोकायुक्त टीम ने बताया कि ग्राम पंचायत चिखलाबांध में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत हितग्राही दुर्गा प्रसाद चौधरी ग्राम चिखलाबांध निवासी का आवास साल 2020 में मंजूर हुआ था. पहली और दूसरी किस्त तो आ गई लेकिन हितग्राही का मकान कार्य अधूरा है. तीसरी किस्त के लिए हितग्राही का पुत्र कृष्णा चौधरी पंचायत के चक्कर काट रहा था. वहीं रोजगार सहायक जयचंद बिसेन द्वारा तीसरी किस्त व जीओ टैग करने के लिए रिश्वत की मांग रखी गई. हितग्राही कृष्णा चौधरी ने इसकी शिकायत लोकायुक्त टीम से की. 4 मार्च को जब रोजगार सहायक ग्राम पंचायत अमई पहुंचा था तो हितग्राही कृष्णा चौधरी भी 10 हजार रुपये लेकर पहुंच गया.
हितग्राही ने जैसे ही 10 हजार दिए तो लोकायुक्त ने दबोचा
जैसे ही रुपये रोजगार सहायक के हाथ में दिए गए वैसे ही लोकायुक्त की टीम ने रंगेहाथ पकड़ लिया. इसके बाद रामपायली के रेस्टाहाउस में लाकर रोजगार सहायक के विरुद्ध कार्रवाई की गई. कृष्णा चौधरी ने बताया कि पीएम आवास की राशि स्वीकृत हुई थी. तीसरी किस्त के लिए जीओ टैग होना था. उसी के लिए रोजगार सहायक द्वारा 15 हजार रुपये की मांग की गई. इसकी शिकायत लोकायुक्त से की गई. इसके पहले वह 5 हजार रुपये दे चुका था. रिश्वत लेकर रोजगार सहायक भाग रहा था, जिसे लोकायुक्त की टीम ने दौड़कर पकड़ लिया. इस कार्रवाई में जबलपुर लोकायुक्त टीम डीएसपी दिलीप झरबड़े, इंस्पेक्टर स्वप्निल दास, इंस्पेक्टर भूपेंद्र दीवान आदि शामिल रहे.