मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

बागेश्वर बाबा दिवाली पटाखा, न्यू ईयर और कुर्बानी से नाराज धीरेंद्र शास्त्री चलाएंगे सुतली बम

न्यू ईयर सेलिब्रेशन और कुर्बानी के त्योहार पर धीरेन्द्र शास्त्री ने उठाए सवाल. सनातनी त्योहारों के आलोचकों से कहा जरा तोप का मुंह उधर करें.

Bageshwar Baba Diwali Celebration
पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने बकरीद और न्यू ईयर पर उठाया सवाल (ETV Bharat)

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Oct 30, 2024, 12:35 PM IST

Updated : Oct 30, 2024, 1:46 PM IST

छतरपुर:देश के जाने माने कथा वाचक पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने दिवाली के पहले बड़ा सवाल उठाते हुए कहा है कि सनातनी पर्व आते ही आलोचना करने वाले सक्रिय हो जाते हैं, लेकिन कभी कुर्बानी के त्योहार और न्यू ईयर मनाने पर कोई भी सवाल नहीं उठता है.

दिवाली आते ही सनातन के आलोचक सक्रिय हुए

बाबा बागेश्वर बोले कि सनातनी पर्व आते ही आलोचना का बाजार गर्म हो जाता है और सनातन के आलोचक सक्रिय हो जाते हैं. पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा कि "लोग कहते हैं कि दिवाली में जितना तेल खर्च होगा उतना गरीबों में बांट दिया जाए तो उनका कल्याण होगा." बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने उन लोगों से सवाल पूछा है कि अन्य धर्म के त्योहारों में जो आतिशबाजी होती है, जो जीव हिंसा होती है उससे पर्यावरण संतुलन नहीं बिगड़ रहा?

दिवाली में बाबा बागेश्वर ने किस पर सुतली बम फोड़ने को कहा (ETV Bharat)

सनातन हिंदू धर्म को ही निशाना बनाया जाता है

बाबा बागेश्वर ने कहा कि "नए साल में पूरे विश्व में आतिशबाजी होती है तब किसी का पेट खराब नहीं होता कि इतनी आतिशबाजी से पर्यावरण को नुकसान होगा या जब कुर्बानी दी जाती है तब किसी की जुबान नहीं खुलती कि जितने कुर्बानी के नाम पर बकरे काटे जाएंगे उतनी राशि गरीबों में बांट दी जाए तो उनका कल्याण हो जाएगा और जीव हिंसा भी बचेगी. सिर्फ सनातन हिंदू धर्म को ही निशाना बनाया जाता है यह देश का दुर्भाग्यपूर्ण है."

ये भी पढ़ें:

बागेश्वर सरकार कराएंगे प्रायश्चित, बालाजी प्रसादम खाने वालों को धीरेंद्र शास्त्री लेंगे 9 दिन शरण में

धीरेन्द्र शास्त्री के बोल से इस बार नहीं हुआ बवाल, ब्राम्हणों का हल्ला बोल फिर किसलिए

बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा "सनातनी पर्व को लेकर आलोचना भारत जैसे देश में होना देश का ही दुर्भाग्य है. अन्य धर्मों के तीज त्योहारों पर कोई सवाल नहीं उठाया जाता है. उनके त्योहारों में जो खूनखराबा और हिंसा होती है उसको लेकर कोई कानून लाने की मांग नहीं होती. केवल सनातन को मानने वालों के त्योहार ही आलोचना के शिकार होते हैं. आप खूब धामधाम से दिवाली मनाइये और दो तरह की बातें करने वालों पर सुतली बम फोड़िए, हमने तो सुतली बम खरीद लिया है."

Last Updated : Oct 30, 2024, 1:46 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details