करनाल:जिले के फतुहपुर गांव में बनने वाले आयुष विश्वविद्यालय के पहले चरण में 500 करोड़ रुपए का बजट खर्च होगा. इस भवन को तीन चरणों में बनाया जाएगा. विश्वविद्यालय का मास्टर प्लान तैयार किया जा चुका है. दिसम्बर माह में टेंडर जारी होगा. सरकार ने पहले चरण के प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए एसीएस हैल्थ और एसीएस पीडब्ल्यूडी की अध्यक्षता में सब कमेटी गठित की है. विश्वविद्यालय का भवन 100 एकड़ भूमि पर 167404 स्क्वायर मीटर भूमि पर बनाया जाएगा.
पहले चरण में 500 करोड़ रुपए का बजट:दरअसल थानेसर विधानसभा में देश के पहले आयुष विश्वविद्यालय के प्रोजेक्ट का निर्माण करने के लिए प्रदेश सरकार की तरफ से 1296 करोड़ रुपए का बजट पारित किया गया. इस प्रोजेक्ट का निर्माण तीन चरणों में होगा. प्रथम चरण के लिए प्रदेश सरकार ने 500 करोड़ रुपए का बजट तय किया है. आयुष विश्वविद्यालय के मास्टर प्लान पर भी सरकार ने मुहर लगा दी है.
14 अगस्त को हुई बैठक:इस बारे में पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने थानेसर विधानसभा के गांव फतुहपुर में देश के पहले आयुष विश्वविद्यालय का निर्माण करने की आधारशिला रखी थी. इस विश्वविद्यालय के लिए गांव फतुहपुर की तरफ से 100 एकड़ जमीन भी उपलब्ध करवाई गई. इस विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य तेज गति के साथ पूरा करने के लिए 14 अगस्त 2024 को चंडीगढ़ में सेक्रेटरी फॉर आयुष एजुकेशन एंड रिसर्च की एक बैठक हुई थी. इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी भी मौजूद थे. इस बैठक में आयुष विश्वविद्यालय के निर्माण कार्य को लेकर तमाम पहलुओं पर चर्चा की गई. बकायद आयुष विश्वविद्यालय के मास्टर प्लान पर भी मुहर लगाई गई."
एचएसआईआईडीसी सरकारी एजेंसी को मिली जिम्मेदारी: जानकारी के मुताबिक आयुष विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य की पूरी जिम्मेदारी एचएसआईआईडीसी सरकारी एजेंसी को सौंपी गई हैं. यह एजेंसी अन्य एजेंसियों और विश्वविद्यालयों के साथ तालमेल बनाकर प्रोजेक्ट को अमलीजामा पहनाने का काम करेंगी. इस बैठक में ही आयुष विश्वविद्यालय के निर्माण को पूरा करने के लिए 1296 करोड़ रुपए का बजट पारित किया गया. मास्टर प्लान के अनुसार तय भी किया गया कि विश्वविद्यालय का निर्माण तीन चरणों में पूरा किया जाएगा. पहले चरण के लिए सरकार की तरफ से 500 करोड़ रुपए का बजट भी तय किया गया है.