बिलासपुर:हिमाचल प्रदेश के जिला बिलासपुर सदर के पूर्व विधायक बंबर ठाकुर पर कातिलाना हमला हुआ है. शुक्रवार को मंडी भराड़ी क्षेत्र के नजदीक रेलवे कार्यालय के समीप यह हमला हुआ है. जिसमें आरोप लगाए गए हैं कि बंबर ठाकुर व उनके बेटे ईशान ठाकुर पर भाजपा के कार्यकर्ताओं द्वारा हमला किया गया है. बंबर ठाकुर ने कहा है कि वह रेलवे कार्यालय में स्थानीय लोगों को रोजगार देने को लेकर अधिकारियों से बातचीत करने के लिए आए थे. ऐसे में वहां पर कुछ ही देरी में भाजपा के कुछ दर्जनों कार्यकर्ता आए और सीधे हथियार और देसी रिवालवर लेकर बंबर ठाकुर पर हमला कर दिया. ऐसे में बंबर ठाकुर ने कहा कि उनपर तलवार से हमला किया गया है और उनके बेटे को भी इसमें चोटें आई हैं.
बंबर ठाकुर ने कहा कि'' जब से रेलवे काम चल रहा है तब से बिलासपुर के लोगों के लिए काम नहीं था. रेलवे का काम अगर बिलासपुर में हो रहा है तो हमने सभी कंपनियों से बात की कि हमारे बिलासपुर के लोगों को भी काम दिया जाए. कंपनियों ने पंजाब के एक सप्लायर को काम दिया है. हमने कहा कि पंजाब के लोगों को काम न दें. अगर बिलासपुर में काम हो रहा है तो यहां के लोगों को काम मिले. नियम है कि अगर हिमाचल में कोई काम हो रहा है तो उसमें 70% रोजगार स्थानीय लोगों को मिलेगा. अब प्रोजेक्ट में बीजेपी के लोग भी काम कर रहे हैं और कांग्रेस के लोग भी काम कर रहे हैं''.
बंबर ठाकुर ने कहा कि '' रेलवे प्रोजेक्ट में बिलासपुर सदर के कांग्रेसियों के पास काम नहीं था, जिसको लेकर हमने बात की. त्रिलोक जम्वाल के गुंडे हैं जो चिट्टा बेचने का काम भी करते हैं. जिसमें फांदी और पिंटू का बेटा, और पिंटू जो चिट्टा स्पालयर है और साथ में एक मंजीत नड्डा है. ये 40-50 गुंडे लेकर आए, जब मैं GM से बात कर रहा था तो वो अंदर आए और हम पर हमला कर दिया. उनके पास पिस्टल, देसी कट्टे, होते हैं जिनकी मैंने पहले भी शिकायत दी थी कि डीजीपी साहब को कि मुझे सुरक्षा दी जाए और ये गुंडे कहते हैं कि हम पंजाब और हरियाणा से बंदे बुलाकर तुझे मरवा देंगे. तुम हमारे बारे में चिट्टे के बारे में क्यों बोलते हो''.
बंबर ठाकुर ने कहा कि '' 40 से 50 लोग पूरे हथियार लेकर आए थे. पहले भी इन्होंने मेरे बेटे पर हमला किया था. तलवारें इनके पास थी. ग्रिप इनके पास थे. मुझे इन्होंने बहुत मारा. अभी 4 चार दिन पहले जेपी नड्डा के पीए का भाई चिट्टा बेचता हुआ पकड़ा गया है. जब मैंने यह प्रश्न उठाया था कि चिट्टा कौन बेच रहा है, जिसको लेकर मैंने प्रेस कांफ्रेंस की. जिसके बाद सभी चिट्टाधारकों ने मिलकर मेरे ऊपर हमला कर दिया. उनको इसका भी गुस्सा था कि पीए का नाम क्यों ले दिया. हमारे ऊपर कहते रहते हैं अगर हम कहें तो हमें मारते हैं. ये हमला पूरी साजिश के साथ हुआ कि नड्डा जी का प्रोग्राम है तो तुम हमला करो और पुलिस भी टाइम से न पहुंच सके. मेरा निवेदन है कि इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए''.