नई दिल्ली:अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) के अध्यक्ष प्रो. टी.जी. सीताराम ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अटल फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (एफडीपी) लॉन्च किया.
इस दौरान उन्होंने फैकल्टी सदस्यों, पोस्ट ग्रेजुएट छात्र-छात्राओं, शोधार्थियों और उद्योग जगत से जुड़े प्रोफेशनल्स को गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के महत्व पर प्रकाश डाला. ताकि ये सभी उद्योग से जुड़ने के साथ ही वास्तविक जीवन में लागू करने के लिए डोमेन नॉलेज और संबंधित क्षेत्र से जुड़ा कौशल हासिल कर सकें.
FDP से समझ होगी विकसित
उन्होंने कहा कि एफडीपी के माध्यम से प्रतिभागी समाज की भलाई के साथ ही राष्ट्र निर्माण और अपने करियर के विकास में अपनी भूमिका की समझ विकसित कर सकते हैं.
इस वर्ष ऑफलाइन मोड के माध्यम से बेसिक और एडवांस्ड फॉर्मेट में कुल 500 एफडीपी आयोजित करने का प्रस्ताव है. बेसिक एफडीपी छह दिवसीय कार्यक्रम है, जिसमें 450 एफडीपी शामिल हैं, जिनमें यूजी/पीजी/शोध संस्थानों के लिए 250, पॉलिटेक्निक के लिए 100 और 100 नए जोड़े गए बीबीए/बीसीए संस्थानों के लिए एफडीपी शामिल हैं.
एडवांस्ड एफडीपी
एडवांस्ड एफडीपी 12 दिवसीय कार्यक्रम है, जिसमें उद्योगों के साथ भागीदारी की जाती है इसमें 50 एफडीपी शामिल हैं. इसमें शोधार्थियों, संकाय सदस्यों और उद्योग जगत से जुड़े ऐसे लोगों को शामिल किया जाता है जिन्हें संबंधित विषय का पहले से अनुभव है.
सभी एआईसीटीई अनुमोदित संस्थान इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी, प्रबंधन, डिजाइन, होटल प्रबंधन और खानपान प्रौद्योगिकी, अप्लाइड आर्ट एंड क्राफ्ट, प्लानिंग एंड कंप्यूटर एप्लीकेशन के मुख्य (कोर) और उभरते क्षेत्रों (इमर्जिंग एरिया) में फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के लिए आवेदन करने के पात्र हैं.
AICTE दो किस्तों में प्रति बेसिक एफडीपी 3.50 लाख रुपये और प्रति एडवांस्ड एफडीपी 6 लाख रुपये की अनुदान सहायता देगा. इच्छुक संस्थान 25 अप्रैल से 24 मई तक आवेदन जमा कर सकते हैं.