अजमेर. गर्मी का सीजन नजदीक आते ही जिले में पेयजल समस्या बाहें फैलाने लगी है. इसे देखते हुए जलदाय विभाग ने शहर की जलापूर्ति व्यवस्था को सुधारने की कवायद शुरू कर दी है. विधान सभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने भी जलदाय विभाग को समय रहते पेयजल संकट से बचाव की योजना बनाकर काम करने के निर्देश जलदाय विभाग को दिए हैं.
विधानसभा अध्यक्ष देवनानी के निर्देश के बाद विभाग सक्रिय हो गया है. अजमेर जलदाय विभाग में अतिरिक्त मुख्य अभियंता देवराज सोलंकी ने बताया कि विभाग ने पानी की उपलब्धता की व्यवस्था बनाए रखने की तैयारी शुरू कर दी है. वर्तमान में अजमेर शहर में 1300 लाख लीटर प्रतिदिन की मांग है. बीसलपुर परियोजना से एसआर 7 पर 1300 लाख लीटर पानी प्रतिदिन आता है. आगे से पानी के व्यर्थ बहने पर भी रोक लगाई जाएगी. सोलंकी ने कहा कि अधिकांश घरेलू उपभोक्ताओं, व्यावसायिक प्रतिष्ठान जैसे होटल में अंडरग्राउंड टैंक बने हुए हैं और पीवी के अथवा सीमेंट के ओवरहेड टंकिया लगा रखी है.
सप्लाई समय में इन टंकियां से पानी ओवरफ्लो होकर नालियों में बह जाता है.होली के बाद अभियान चला कर ऐसे उपभोक्ताओं को चिन्हित किया जाएगा और उन्हें नोटिस भी दिया जाएगा, ताकि टैंक या टंकियां पर फ्लोट वाल्व लगाया जाना सुनिश्चित किया जा सके. नोटिस के बाद भी फ्लोट वॉल्व नहीं लगाने वाले उपभोक्ताओं के नल कनेक्शन काटे जाएंगे और सरकारी पानी को व्यर्थ बहाने के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया जाएगा.