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'LG ने भ्रष्ट अफसर को शेल्टर होम का प्रशासक बनाया', आशा किरण शेल्टर होम पर याचिका समिति की रिपोर्ट - Delhi Assembly committee Report

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Aug 5, 2024, 7:06 PM IST

Delhi Assembly committee Report: दिल्ली विधानसभा की याचिका समिति ने सोमवार को रोहिणी स्थित आशा किरण आश्रय गृह में कर्मचारियों की "भारी कमी" का दावा किया, जहां पिछले महीने 14 लोगों की मौत हो गई थी. विधायक कुलदीप कुमार ने आरोप लगाया कि सीबीआई द्वारा गिरफ्तारी के बाद पांच साल के लिए निलंबित किए गए एक अधिकारी को उपराज्यपाल वीके सक्सेना के निर्देश पर आश्रय गृह का प्रशासक नियुक्त किया गया था.

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नई दिल्ली: दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने दो दिन पूर्व दिल्ली सचिवालय में प्रेसवार्ता कर बताया था कि आशा शेल्टर होम में कुल 980 लोग रहते हैं. उनकी देखरेख के लिए 450 लोंगों का स्टाफ है, जिसमें डॉक्टरों की टीम व हाउस आंटी आदि शामिल हैं. लेकिन शेल्टर होम में लोगों की मौत के मामले में जांच कर रही दिल्ली विधानसभा की याचिका समिति ने मंत्री के दावों को खारिज किया है. समिति के चेयरमैन कुलदीप कुमार ने सोमवार प्रेसवार्ता कर बताया कि हमें अफसरों से पता चला है कि आशा किरण शेल्टर होम में स्टाफ की भारी कमी है.

उपराज्यपाल ने आज तक कोई नियुक्ति नहीं कीःकुलदीप कुमार ने कहा, "दिल्ली में आज कई डॉक्टर्स, एनओ, हाउस आंटी, नर्सिंग ऑफिसर, एएनएम, किचन हेल्पर, कुक, वॉशरमैन, मेडिकल स्पेशलिस्ट, जीडीएमओ, जूनियर स्पेशलिस्ट, ड्रेसर समेत कई पद खाली पड़े हैं. कुमार ने कहा कि दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने एलजी पदों की भर्तियों के लिए लगातार उपराज्यपाल को पत्र लिखा है कि वे दिल्ली के अस्पतालों, मोहल्ला क्लीनिक और शेल्टर होम में डॉक्टर, पैरा मेडिकल स्टाफ और एएनएम की तुरंत भर्ती करें. लेकिन उपराज्यपाल ने आज तक कोई नियुक्ति नहीं की. पत्र लिखकर रिक्त पदों पर जल्द भर्ती करने की मांग की जाएगी."

एएनएम का 6 महीने से नहीं हुआ है कॉन्ट्रेक्ट रीन्यूःकुलदीप कुमार ने बाताया कि शेल्टर होम में लगभग 33 एएनएम और 2 जीडीएमओ के ऐसे पद हैं, जिनका मार्च और अप्रैल से कॉन्ट्रेक्ट रीन्यू नहीं किया गया है. इसलिए उन लोगों की 6 महीने की सैलरी तुरंत जारी की जाए और उनका कॉन्ट्रेक्ट रीन्यू किया जाए. क्योंकि एएनएम वहां लोगों की देखभाल करती हैं.

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'भ्रष्ट अफसर को शेल्टर होम का बनाया प्रशासक'

कुलदीप कुमार ने उपराज्यपाल ऑफिस के उस दावे को भी खारिज किया, जिसमें कहा गया था कि आशा किरण होम के अधिकारियों की नियुक्ति वर्ष 2020 में हुई थी. कुलदीप कुमार ने कहा कि मई 2022 में विनय कुमार सक्सेना दिल्ली के उपराज्यपाल बने थे. चार अक्टूबर 2022 को उन्होंने रिश्वत लेने के मामले में 5 साल तक निलंबित रहे अफसर को आशा किरण होम का प्रशासक नियुक्त किया.

कुलदीप कुमार ने समिति के सदस्य व विधायक राजकुमारी ढिल्लन, भूपेंद्र सिंह जून, जय भगवान उपकार, हाजी यूसूफ के साथ प्रेसवार्ता की. उन्होंने बताया कि दिल्ली विधानसभा की याचिका समिति ने शनिवार को आशा किरण शेल्टर होम का दौरा करने के बाद सोमवार को दिल्ली विधानसभा में शेल्टर होम के अधिकारियों के साथ बैठक भी की. बैठक में अधिकारियों से शेल्टर होम में हुई इस घटना के कारणों की जानकारी ली गई. उपराज्यपाल की ओर से लगातार एक झूठा बयान जारी किया जा रहा था कि वे अधिकारी दो दिन से कह रहे हैं कि उनकी नियुक्ति 2020 में की गई थी.

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