नई दिल्ली: दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने दो दिन पूर्व दिल्ली सचिवालय में प्रेसवार्ता कर बताया था कि आशा शेल्टर होम में कुल 980 लोग रहते हैं. उनकी देखरेख के लिए 450 लोंगों का स्टाफ है, जिसमें डॉक्टरों की टीम व हाउस आंटी आदि शामिल हैं. लेकिन शेल्टर होम में लोगों की मौत के मामले में जांच कर रही दिल्ली विधानसभा की याचिका समिति ने मंत्री के दावों को खारिज किया है. समिति के चेयरमैन कुलदीप कुमार ने सोमवार प्रेसवार्ता कर बताया कि हमें अफसरों से पता चला है कि आशा किरण शेल्टर होम में स्टाफ की भारी कमी है.
उपराज्यपाल ने आज तक कोई नियुक्ति नहीं कीःकुलदीप कुमार ने कहा, "दिल्ली में आज कई डॉक्टर्स, एनओ, हाउस आंटी, नर्सिंग ऑफिसर, एएनएम, किचन हेल्पर, कुक, वॉशरमैन, मेडिकल स्पेशलिस्ट, जीडीएमओ, जूनियर स्पेशलिस्ट, ड्रेसर समेत कई पद खाली पड़े हैं. कुमार ने कहा कि दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने एलजी पदों की भर्तियों के लिए लगातार उपराज्यपाल को पत्र लिखा है कि वे दिल्ली के अस्पतालों, मोहल्ला क्लीनिक और शेल्टर होम में डॉक्टर, पैरा मेडिकल स्टाफ और एएनएम की तुरंत भर्ती करें. लेकिन उपराज्यपाल ने आज तक कोई नियुक्ति नहीं की. पत्र लिखकर रिक्त पदों पर जल्द भर्ती करने की मांग की जाएगी."
एएनएम का 6 महीने से नहीं हुआ है कॉन्ट्रेक्ट रीन्यूःकुलदीप कुमार ने बाताया कि शेल्टर होम में लगभग 33 एएनएम और 2 जीडीएमओ के ऐसे पद हैं, जिनका मार्च और अप्रैल से कॉन्ट्रेक्ट रीन्यू नहीं किया गया है. इसलिए उन लोगों की 6 महीने की सैलरी तुरंत जारी की जाए और उनका कॉन्ट्रेक्ट रीन्यू किया जाए. क्योंकि एएनएम वहां लोगों की देखभाल करती हैं.
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