भोजपुर:"पहले तो बैठने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गयी. जब एसपी के बगल में बैठ गए तो डीएम के आते ही कुर्सी से उठना पड़ा." यह शिकायत आरा सांसद सुदामा प्रसाद ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से पत्र के माध्यम से की. कहा कि 26 जनवरी के कार्यक्रम में उनके लिए प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया. इसके लिए सांसद ने आरा डीएम पर कार्रवाई की मांग की है.
कुर्सी नहीं मिलने से नाराज: दरअसल, सांसद का कहना है कि 26 जनवरी 2025 के अवसर पर जिला प्रशासन ने गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने का निमंत्रण दिया था. जब वे आयोजन स्थल पर पहुंचे तो पता चला कि वहां उनके बैठने के लिए कोई जगह आरक्षित नहीं थी. यह पूछने पर कि मेरी सीट कहां है तो उन्हें एसपी के बगल में बैठा दिया गया. इसी दौरान डीएम तनय सुल्तानिया आ गए और सांसद को वहां से भी उठा दिया गया.
'प्रोटोकॉल का पालन नहीं': सांसद ने सवाल कािया है कि 'क्या यह एक सांसद को दिए गए प्रोटोकॉल का उल्लंघन नहीं है?'सांसद ने भोजपुर डीएम पर न्यूनतम विशेषाधिकार के उल्लंघन और संसद के निर्वाचित सदस्य को दिए जाने वाले प्रोटोकॉल के बुनियादी मानदंडों पर खरा नहीं उतरने का आरोप लगाया है. सुदामा प्रसाद ने अपने फेसबुक एकाउंट पर लोकसभा अध्यक्ष को दिए गए पत्र शेयर किया है.
उन्होंने पत्र में लिखा है कि"मैं आपको जिला मजिस्ट्रेट तनय सुल्तानिया आईएएस द्वारा आरा निर्वाचन क्षेत्र, बिहार से एक निर्वाचित प्रतिनिधि के रूप में दिए गए न्यूनतम विशेषाधिकार के गंभीर उल्लंघन के बारे में बताना चाहता हूं. यह नोट करना दुर्भाग्यपूर्ण है और मुझे आपको यह बताते हुए दुख हो रहा है कि उनके हाव-भाव संसद के एक निर्वाचित सदस्य को दिए गए प्रोटोकॉल के बुनियादी मानदंडों को पूरा करने में असफल हैं."