गुण्डाधुर और प्रवीरचंद भंजदेव सम्मान की प्रक्रिया शुरू, 25 सितंबर तक कर सकते हैं आवेदन - Chhattisgarh Sports Award
छत्तीसगढ़ में गुण्डाधुर और प्रवीरचंद भंजदेव सम्मान वर्ष 2024-25 के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरु हो गई है. सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों से आवेदन निर्धारित प्रारूप में 25 सितम्बर 2024 तक मंगाए गए हैं. ज्यादा जानकारी के लिए ये खबर पढ़िए.
गुण्डाधुर और प्रवीरचंद भंजदेव सम्मान (ETV Bharat Chhattisgarh)
रायपुर : छत्तीसगढ़ में साल 2024-25 के लिए गुण्डाधुर और प्रवीरचंद भंजदेव सम्मान दिया जाना है. इसके लिए उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छत्तीसगढ़ राज्य के खिलाड़ियों से आवेदन मंगाए गए हैं. सम्मान के संबंध में अधिक जानकारी और आवेदन हेतु निर्धारित प्रपत्र खेल विभाग के विभागीय वेबसाइट www.sportsyw.cg.gov.in से हासिल कर करते हैं.
ऑफलाइन आवेदन के लिए यहां करें अप्लाई :खिलाड़ी अपने निर्धारित प्रपत्र में आवेदन अनुशंसा कर सकते हैं. इसके लिए संचालनालय खेल एवं युवा कल्याण, सरदार वल्लभ भाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम, जीई रोड, रायपुर या खेल एवं युवा कल्याण के जिला कार्यालयों में जमा कर सकते हैं. आवेदन सभी जिलों के खेल विभाग के ऑफिस में कार्यालय समय पर जमा किया जा सकता है.
आवेदन करने की अंतिम तिथि : गुण्डाधुर सम्मान और प्रवीरचंद भंजदेव सम्मान के लिए चयनित खिलाड़ियों को एक-एक लाख रूपए नगद, अलंकरण फलक, प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया जाएगा. इच्छुक खिलाड़ी इन दोनों अवॉर्ड के लिए निर्धारित प्रारूप में 25 सितंबर 2024 तक आवेदन कर सकते हैं.
सम्मान के लिए खिलाड़ी की योग्यता : इन दोनों के सम्मान के लिए सीनियर वर्ग की राष्ट्रीय चैम्पियनशिप या राष्ट्रीय खेलों में छत्तीसगढ़ की ओर से भाग लेने वाले विजेता खिलाड़ी अप्लाई कर सकते हैं. इसके लिए स्वर्ण पदक या रजत पदक या कांस्य पदक प्राप्त करने वाले खिलाड़ी आवेदन कर सकते हैं. जिन खिलाड़ियों ने अंतर्राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व किया हो. इन दोनों परिस्थिति में ही खिलाड़ी इन सम्मानों के लिए पात्र होंगे.
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा प्रवीरचंद भंजदेव सम्मान तीरंदाजी के क्षेत्र में उत्कृष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी को दिया जाता है. वहीं गुण्डाधुर सम्मान किसी भी खेल में छत्तीसगढ़ की ओर से राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को दिया जाता है. इस सम्मान के लिए वर्ष की गणना 01 अप्रैल से 31 मार्च तक होती है.