जयपुर. राजस्थान पुलिस मुख्यालय की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स पुलिस मुख्यालय की टीम ने एनडीपीएस एक्ट के मामले में 2 साल से फरार चल रहे 10 हजार रुपये के इनामी बदमाश को पकड़ने में सफलता हासिल की है. मादक पदार्थो की तस्करी में चित्तौड़गढ़ जिले के थाना मंगलवाड में करीब 2 साल से वांछित इनामी तस्कर प्रकाश सहारण पुत्र दयाराम निवासी बूढ़े का ताला भलीसर थाना धोरीमन्ना को थाना शिव बाड़मेर क्षेत्र के फलसूंड तिराहे से डिटेन कर लिया है.
एडीजी एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स और क्राइम दिनेश एमएन ने बताया कि उपमहानिरीक्षक पुलिस योगेश यादव और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एजीटीएफ विद्या प्रकाश के सुपरविजन में इंस्पेक्टर सुभाष सिंह तंवर के नेतृत्व में हेड कांस्टेबल महेश सोमरा, नरेंद्र सिंह, रविन्द्र सिंह, राकेश जाखड़, महावीर सिंह शेखावत, कांस्टेबल नरेश कुमार और सुरेश कुमार को वांछित अपराधियों और गैंगस्टरो के बारे में आसूचना संकलन के लिए उदयपुर और जोधपुर रेंज रवाना किया गया था.
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एडीजी दिनेश एमएन ने बताया कि शनिवार को टीम के सदस्य हैड कांस्टेबल महेश सोमरा व महावीर सिंह शेखावत को इनामी आरोपी प्रकाश सहारण के बारे में सूचना मिली थी. इस पर टीम ने सूचना को विकसित कर थाना शिव पुलिस के सहयोग से आरोपी को डिटेन किया. इसके बारे में चित्तौड़गढ़ जिले की मंगलवाड थाना पुलिस को सूचित कर दिया गया है. आरोपी के विरुद्ध पूर्व में भी बाड़मेर जिले में एनडीपीएस और आर्म्स एक्ट के मामले दर्ज हुए हैं. चित्तौड़गढ़ एसपी की ओर से एनडीपीएस एक्ट के मामले में इस पर 10 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा है.
एजीटीएफ के इंस्पेक्टर सुभाष सिंह तंवर के नेतृत्व में की गई है. इस कार्रवाई में हैड कांस्टेबल महेश सोमरा और महावीर सिंह शेखावत की विशेष भूमिका रही है. नरेंद्र सिंह, रविन्द्र सिंह, राकेश जाखड़, कांस्टेबल नरेश कुमार और सुरेश कुमार की तकनीकी भूमिका रही. कार्रवाई में एसएचओ शिव सुमेर सिंह और कांस्टेबल नीम सिंह का भी सराहनीय योगदान रहा.