लातेहारः जिला के पशुपालकों को अब अपने मवेशियों का चारा के लिए परेशान होने की जरूरत नहीं होगी. लातेहार जिला भूमि संरक्षण विभाग के द्वारा किसानों को नेपियर घास लगाने के प्रति जागरूक किया जा रहा है. कई किसानों ने अपने खेतों में नेपियर घास लगा भी लिया है. इस घास की खासियत है कि यह सालों भर हरा भरा रहता है.
लातेहार के पशुपालक गर्मी के आगाज के साथ ही पशुओं के चारा को लेकर परेशान हो जाते हैं. खासकर वैसे पशुपालक जो अपने पशुओं का चारा के लिए खेतों और जंगलों निर्भर रहते हैं. ऐसा समय उनके लिए सबसे अधिक परेशानी हो जाती है. बरसात के बाद शीत ऋतु में पशुओं को खुले में चारा तो मिल भी जाता है. पर गर्मी के दिनों में जब खेत पूरी तरह सूखे रहते हैं तो चारा मिलना मुश्किल हो जाता है.
नेपियर घास बनेगा चारा का विकल्पः किसानों और पशुपालकों को इस समस्या से निजात दिलाने के लिए लातेहार भूमि संरक्षण पदाधिकारी विवेक मिश्रा ने एक प्रयोग आरंभ किया है. विवेक मिश्रा के द्वारा किसानों और पशुपालकों को नेपियर घास के प्रति जागरूक किया जा रहा है. उन्होंने पहले चरण में लगभग 35 गांव के चिन्हित किसानों को नेपियर घास लगाने के प्रति प्रेरित किया. इस संबंध में जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी विवेक मिश्रा ने बताया कि नेपियर घास एक ऐसा घास है, जो खेत में एक बार लगाने के बाद कई बरस तक हरा भरा रहता है. उन्होंने कहा कि इसका उपयोग मुख्य रूप से पशु चारा के रूप में ही किया जाता है. नेपियर घास लगाने वाले पशुपालक और किसान को सालों भर आसानी से हरा चारा मिलता रहेगा. उन्होंने कहा कि लातेहार जिले में पहली बार किसान नेपियर घास लग रहे हैं. संभावना है कि जल्द ही अन्य किसान भी इसका लाभ उठाएंगे.