नई दिल्ली: दिल्ली के रोड नंबर 56 पर बनाए जा रहे 1.2 किलोमीटर लंबे 6 लाइन वाले आनंद विहार फ्लाईओवर को संभावित रूप से अगस्त में खोल दिया जाएगा.इससे आने वाले दिनों में ईस्ट,नॉर्थ ईस्ट और सेंट्रल और नई दिल्ली के बीच वाहनों की आवाजाही और तेज हो सकेगी. करीब 372 करोड रुपए की लागत से बनाए जा रहे इस फ्लाईओवर का सिविल वर्क करीब 95 फ़ीसदी पूरा हो गया है जिसके बाद अब बाकी 5 फीसदी कार्यों को अगले माह अगस्त के आखिर तक पूरा करने की संभावना जताई गई है.
दिल्ली सरकार के लोक निर्माण विभाग ओर से बनाए जा रहे आनंद विहार फ्लाईओवर के शुरू होने के बाद यात्रियों को गाजियाबाद, नोएडा और पूर्वी दिल्ली से मध्य एवं नई दिल्ली के बीच यात्रा करना ज्यादा सुगम हो जाएगा. इस फ्लाईओवर के चालू होने के बाद ट्रैफिक जाम के झंझट से भी निजात मिल सकेगी. इस फ्लाईओवर के शुरू होने के बाद रूट पर पड़ने वाली तीन खास रेडलाइट जंक्शन सिग्नल फ्री हो जाएंगे. इन तीन रेड लाइट जंक्शन में रामप्रस्थ, सूर्य नगर और श्रेष्ठ विहार प्रमुख रूप से शामिल हैं. इतना ही नहीं सीमापुरी और आनंद विहार के बीच का रूट भी सिग्नल फ्री हो जाएगा और बिना रेड लाइट के वाहन फर्राटा भर सकेंगे.
पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों की माने तो आनंद विहार इंटरस्टेट बस टर्मिनल (आईएसबीटी) और अप्सरा बॉर्डर के बीच बहुप्रतिक्षित फ्लाईओवर के इस साल अगस्त माह के आखिर तक तैयार होने की प्रबल संभावना है. इस फ्लाईओवर के निर्माण को लेकर विभाग को कई बड़ी चुनौतियों का भी सामना करना पड़ा है जिसके चलते प्रोजेक्ट की पहली दो डेडलाइन खत्म हो चुकी हैं. आनंद विहार फ्लाईओवर निर्माण की पहली डेडलाइन दिसंबर 2023 तय की गई थी. इसके बाद एक और डेडलाइन अप्रैल 2024 निर्धारित की गई थी. अब इसके निर्माण कार्यों के पूरे होने की एक और नई तीसरी नई डेडलाइन अगस्त 2024 तय की गई है.
आधिकारिक सूत्र बताते हैं कि तीसरी डेडलाइन में इस फ्लाईओवर का निर्माण पूरा कर लिया जाएगा क्योंकि अब सिर्फ 5 फीसदी सिविल वर्क को ही पूरा किया जाना बाकी है. इस फ्लाईओवर के निर्माण पूरा होने के बाद और वाहनों की आवाजाही शुरू होने से हर रोज औसतन 1.48 लाख वाहन इससे गुजरेंगे. इस फ्लाईओवर के शुरू होने से भीड़ भाड़ की वजह से यात्रा में लगने वाले समय और फ्यूल की भी काफी बर्बादी रोकी जा सकेगी.
सूत्रों का कहना है कि इससे सालाना करीब 145 करोड रुपए की बचत होने का अनुमान भी लगाया गया है. इस फ्लाईओवर के खुलने के बाद और निर्माणाधीन आनंद विहार रैपिड रेल स्टेशन के निर्माण कार्य के पूरा होने के बाद आनंद विहार एक बड़ा 'ट्रांसिट हब' बन जाएगा. आनंद विहार आईएसबीटी, आनंद विहार मेगा रेल टर्मिनल और यूपी का कौशांबी आईएसबीटी आपस में कनेक्ट हो सकेंगे जिसके चलते पूर्वी दिल्ली को गाजियाबाद और नोएडा से सीधे तौर पर जोड़ा जा सकेगा.