नई दिल्ली/नोएडाः शेयर मार्केट में निवेश कर मोटा मुनाफा कमाने का झांसा देकर साइबर जालसाजों ने एक इंजीनियर के साथ 23 लाख रुपये की ठगी कर ली. पीड़ित ने मामले की शिकायत साइबर क्राइम थाने की पुलिस से शनिवार को की है. जिन खातों में ठगी की रकम ट्रांसफर हुई है, पुलिस उन खातों की जांच कर रही है.
निवेश पर मुनाफा कमाने का झांसा:पुलिस को दी शिकायत में ग्रेटर नोएडा के बीटा टू थाना क्षेत्र के एडब्ल्यूएचओ टाउनशिप में रहने वाले प्रमोद कड़प्पा शिन्दे ने बताया कि कुछ समय पहले उन्हें एक अनजान नंबर से एक व्हाट्स ऐप ग्रुप पर जोड़ लिया गया. इसमें शेयर मार्केट और शेयर ट्रेडिंग के बारे में जानकारी दी जा रही थी. एक व्यक्ति रोजाना लोगों को शेयर मार्केट की जानकारी देता था. ग्रुप के कुछ सदस्य उसकी बताई कंपनी में निवेश कर मोटा मुनाफा कमा रहे थे. ग्रुप के सदस्य मुनाफे का स्क्रीनशॉट भी साझा कर रहे थे.
कम राशि पर मुनाफा देकर दिया झांसा: कई दिन तक शिकायतकर्ता ग्रुप की गतिविधियों को देखता रहा. कुछ समय बाद उसने कम राशि निवेश किया जिस पर उसे मुनाफा हुआ. इसके बाद उसे यकीन हो गया कि वह सही ग्रुप में जुड़ा है और जो भी शेयर मार्केट संबंधी जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है, वह भी सटीक है. झांसे में आकर उसने कई बार में 23 लाख 71 हजार 740 रुपये का निवेश कर दिया. ठगों द्वारा डाउनलोड कराए गए ऐप पर पीड़ित को मुनाफे सहित रकम बढ़ती हुई दिखी. आवश्यकता पड़ने पर जब उसने रकम निकालने का प्रयास किया तो ठग उसपर और पैसे निवेश करने का दबाव बनाने लगे. कई बार कहने के बाद भी जब पीड़ित ने निवेश नहीं किया तो ठगों ने उससे संपर्क तोड़ लिया और ग्रुप से भी बाहर कर दिया.
ग्रुप के सभी मेंबर ठग निकले: पुलिस का कहना है कि ठगी की जानकारी होने के बाद प्रमोद ने मामले की शिकायत साइबर क्राइम थाने की पुलिस से की. अज्ञात ठगों के खिलाफ पुलिस ने आईटी ऐक्ट और धोखाधड़ी की धारा में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. ठगी के बाद पीड़ित को पता चला कि जो लोग ग्रुप पर मुनाफे का स्क्रीनशॉट साझा कर रहे थे वे भी ठग गिरोह के सदस्य थे. वहीं, साइबर थाना प्रभारी का कहना है कि जिन नंबर से ग्रुप पर जोड़ा गया था और जो लोग जुड़े हुए थे सभी के संबंध मे सर्विलांस सेल से भी मदद लेकर मामले की जांच की जा रही है.