आगरा/कुशीनगर :केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के डॉ. भीमराव अंबेडकर पर दिए बयान का विरोध हो रहा है. इसे लेकर सियासत भी गर्माई हुई है. कांग्रेस और सपा समेत अन्य विपक्षी दलों की ओर से प्रदर्शन किया जा रहा है. बसपा भी 24 दिसंबर को प्रदर्शन करेगी. इस बीच आगरा के एक जलकल कर्मी ने इस्तीफा दे दिया. कर्मचारी ने अमित शाह को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है.
कर्मचारी का कहना है कि बाबा साहेब पर की गई टिप्पणी ने मेरी अंतरात्मा को झकझोर दिया है. इसलिए, मैं अब नौकरी ही नहीं करना चाहता हूं. मैं नौकरी छोड़ना चाहता हूं. वहीं जलकल विभाग के महाप्रबंधक ने बताया कि कर्मचारी से इस बारे में बात की जाएगी.
पत्र में कर्मचारी ने लिखी ये बात :आगरा में जलकल विभाग के जोन-3 ताजगंज वार्ड में बिलिंग काउंटर पर लिपिक पद पर तैनात कर्मचारी राकेश कुमार शर्मा का नौकरी से इस्तीफा देना जिले में चर्चा का विषय बन गया है. कर्मचारी ने जलकल विभाग के महाप्रबंधक को अपना इस्तीफा भेजा है. इसमें लिखा है कि मैं 38 साल से सरकारी नौकरी में हूं. अभी मेरे रिटायरमेंट में वक्त है. मेरा मानना है कि व्यक्ति किसी भी जाति या धर्म से हो, मगर उनका कैडर देखा जाना चाहिए. बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर भारत रत्न से सम्मानित हैं. बाबा साहेब के लिए अशोभनीय भाषा का उपयोग करना देश के राष्ट्र नायक का अपमान है. मैं अपनी नौकरी से इस्तीफा दे रहा हूं.
'अमित शाह के बयान से बहुत तकलीफ पहुंची' :जलकल विभाग में बिलिंग लिपिक राकेश कुमार शर्मा ने बताया कि जब मैंने केंद्रीय मंत्री अमित शाह का भाषण सुना तो मैं अधिक आहत हुआ हूं. अगर देश का गृहमंत्री ही देश के एक राष्ट्र नायक को लेकर इस तरह से अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल करेगा तो देश की परिपाटी ही बदल जाएगी. कोई भी किसी के बारे में कुछ भी बोल देगा. इसनिए मैंने 20 दिसंबर को जलकल के जीएम एसके राजपूत को अपना इस्तीफा सौंप दिया है.