मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर में सुरभि पार्क का नाम बिसाहू दास महंत वाटिका करने के बाद उपेक्षा का आरोप - Manendragarh Chirmiri Bharatpur
Manendragarh Chirmiri Bharatpur मनेंद्रगढ़ के सुरभि पार्क को अब बिसाहू दास महंत वाटिका के नाम से जाना जाता है. सुरभि पार्क, मनेंद्रगढ़ की शान है लेकिन अब राजनीतिक बहस का केंद्र बन चुका है. Surbhi Park, Bisahu Das Mahant Vatika
मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: छत्तीसगढ़ में जब कांग्रेस सत्ता में आई थी, तब इस पार्क का नाम बदलकर स्वर्गीय बिसाहू दास महंत वाटिका कर दिया गया. अब इस पार्क के निर्माण और गुणवत्ता को लेकर सियासी बहस शुरू हो गई है.
पार्क निर्माण में गुणवत्ता का घ्यान नहीं देने का आरोप: नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष धर्मेंद्र पटवा का आरोप है कि पार्क निर्माण में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया है. स्थानीय प्रशासन ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉक्टर चरण दास महंत को खुश करने के लिए यह सब किया. बाउंड्री वाल गिर गई है और वट वृक्ष के पास बना चबूतरा भी खंडहर में बदल गया है.
मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर में सुरभि पार्क की उपेक्षा का आरोप (ETV Bharat Chhattisgarh)
सुरभि पार्क मनेंद्रगढ़ का ह्रदय स्थल है. इसका नाम सुरभि पार्क ही रहना चाहिए. बिसाहू लाल महंत का नाम रखना गलत बात है. वहां दीवार गिर गई है. गुणवत्ताहीन काम हुआ है. कार्रवाई की जानी चाहिए.-धर्मेंद्र पटवा, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष
वर्तमान नगर पालिका अध्यक्ष प्रभा पटेल ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि यदि भ्रष्टाचार हुआ है तो भाजपा उसकी जांच करवा ले.
सरकार बदलने के बाद सुरभि पार्क की उपेक्षा का आरोप (ETV Bharat Chhattisgarh)
जांच करवालें, सब खुली किताब है. बिसाहू दास महंत पार्क बना हुआ है. यह सबके सामने है. आरोप तो कोई भी किसी पर लगा सकता है. लिखित में जांच करवा लें. -प्रभा पटेल, नगर पालिका अध्यक्ष, मनेंद्रगढ़
वहीं सीएमओ मुक्ता चौहान का कहना है कि ''पहले फाइल देखेंगे. फाइल देखने के बाद क्या काम हुआ, कब हुआ और क्या होना है. इसकी विस्तृत जानकारी अलग से दे पाएंगे.''
सुरभि पार्क की टूटी दीवार (ETV Bharat Chhattisgarh)
पार्क पर तकरार: जब सुरभि पार्क का नाम बदलकर बिसाहू दास महंत वाटिका किया गया तो स्थानीय स्तर पर बड़े पैमाने पर निर्माण कार्य हुए. बिसाहू दास महंत की मूर्ति भी लगाई गई. इस मूर्ति के लोकार्पण के लिए तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर चरण दास महंत को बुलाया गया था. सुरभि पार्क का नाम बदलने के दौरान भी भाजपा और कांग्रेस के बीच सियासी तकरार नजर आई थी. अब एक बार फिर इस मुद्दे पर बहस छिड़ गई है.